सरकारी बंगले में तोड़फोड़ को लेकर उठते सवालों से परेशान होकर अखिलेश यादव बुधवार को मीडिया के सामने आए और सफाई दी।उन्होंने कहा कि जो टोटी गायब मिली है, वही लौटाने आए हैं। प्रेस कांफ्रेंस में अखिलेश ययादव टोटी लेकर पहुंचे थे, यह देखकर पत्रकार हैरान रहे। अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि वह टोटी लौटाने को तैयार है मगर सरकार उनका मंदिर लौटाए, जो आवास में छूट गया है। प्रेस कांफ्रेंस में अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि मीडिया को बंगला दिखाने से पहले वहां ओएसडी अभिषेक और आईएएस मृत्युंजय नारायण पहुंचे थे।फिर आरएसए और पीडब्ल्यूडी की टीम भी गई थी।
फिर आरएसए और पीडब्ल्यूडी की टीम भी बंगले में घुसी थी।उन्होंने सरकार पर तोड़फोड़ कराने का आरोप लगाया। कहा कि कल हमारी सरकार बनी तो हो सकता है कि यही अफसर दिखा दें कि बंगले में चिलम मिला है।उन्होंने कहा कि स्टेडियम मेरा था, स्टील स्ट्रक्चर से इसलिए बनाया था, ताकि बंगला छोड़ते समय उसे हटाया जा सके। अखिलेश यादव ने कहा कि जो मेरा सामान था, वही लेकर गया।जैसा सरकार ने बंगला दिया था, वैसा ही छोड़ा।उन्होंने कहा कि बंगले में स्वीमिंग पुल था ही नहीं मगर खबर बना दी गई।
Main toti (faucet) lekar aya hun. Agar sarkar ko yeh lage ki koi toti main lekar chala gaya hun, sarkaar ginti bata de, main poore ki poori toti dene ke liye tayaar hun: Akhilesh Yadav pic.twitter.com/XgV3BRYGKM
— ANI UP (@ANINewsUP) June 13, 2018
बंगले के मामले में राज्यपाल के पत्र लिखने पर अखिलेश यादव ने निशाना साधते हुए कहा कि वह अच्छे आदमी हैं, उन्हें संविधान के हिसाब से बोलना चाहिए, लेकिन कभी-कभी आरएसएस की आत्मा जाग जाती है।अखिलेश यादव ने मौज लेते हुए कहा कि अब जो भी मुख्यमंत्री बनेगा वह सबसे पहले लखनऊ में बड़ा प्लॉट ढूंढेगा। वो तो गनीमत थी कि मैने पहले ही प्लॉट ले रखा था, अब शानदार घर बनवाऊंगा।अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे सरकार की रिपोर्ट का इंतजार है, जिससे पता चले कि मैने सरकारी संपत्ति को कितना नुकसान पहुंचाया है।