CM YOGI Dalit Varga Sammelan Aligarh: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सपा शासन में दलितों का जमकर उत्पीड़न किया गया। यहां तक सपा का एकमात्र एजेंडा दलित प्रतीकों के स्मारकों को नष्ट करना था। योगी ने कहा कि लेकिन मेरी सरकार ने दलितों को पूरा सम्मान और उनका हक दिया है। बीजेपी सरकार ने सभी सरकारी कार्यालयों में बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की तस्वीर लगाना अनिवार्य करके संविधान के संस्थापक के प्रति सम्मान दिखाया है।

अलीगढ़ के प्रदर्शनी मैदान में दलित वर्ग सम्मेलन को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने कहा, ‘केंद्र और उत्तर प्रदेश में भाजपा की डबल इंजन सरकार के सत्ता में आने से पहले दलित समुदाय के लोगों के सामने पहचान का संकट था। उन्हें तत्कालीन सपा सरकार में सताया जा रहा था।

‘बाबासाहेब को समर्पित एक केंद्र लखनऊ में खोला जाएगा’

मुख्यमंत्री ने कहा कि दलितों को केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन डबल इंजन सरकार के सत्ता में आने के बाद यह धारणा बदल गई। अब हर सरकारी दफ्तर में बाबा साहेब की फोटो होती है। भाजपा सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि दलितों को पूर्ण सुरक्षा मिले। उन्होंने कहा कि बाबासाहेब को समर्पित एक केंद्र जल्द ही लखनऊ में खोला जाएगा, जबकि समुदाय के उत्थान के लिए संत रविदास द्वारा किए गए बलिदान को उजागर करने के लिए वाराणसी में कई परियोजनाएं चल रही हैं।’

मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “2017 से पहले, दलित समुदाय के सदस्यों द्वारा शोभा यात्रा (जुलूस) निकालने पर प्रतिबंध था और उच्च अध्ययन के लिए मेधावी छात्रों को सहायता प्रदान करने वाली छात्रवृत्ति वापस ले ली गई थी। हमने न केवल छात्रवृत्ति फिर से शुरू की, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि हमारे दलित भाइयों को वह सम्मान मिले जिसके वे हकदार हैं, लेकिन पिछली सपा सरकार ने उन्हें वंचित कर दिया था।

आदित्यनाथ ने बाबासाहेब से जुड़े स्थानों को श्रद्धेय तीर्थ स्थलों में बदलने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा, “इन सभी स्थानों को पंच तीर्थ के रूप में स्थापित किया गया है।”