उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी को सांपनाथ और नागनाथ कहा है। पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव का ऐलान होने के बाद मायावती ने दोनों ही पार्टियों पर एक साथ हमला किया है। मायावती ने जोर देकर कहा कि वह छत्तीसगढ़ में कांग्रेस या बीजेपी के साथ गठबंधन करने के बजाय विपक्ष में बैठना पसंद करेंगी। पूर्व सीएम ने कांग्रेस और बीजेपी को “सांपनाथ” और “नागनाथ” (दोनों सांप) बताया। मायावती के साथ लंबे समय से राज्य चुनावों में गठबंधन के लिए कांग्रेस की बातचीत चल रही थी, लेकिन सम्मानजनक सीटें न मिलने की वजह से कांग्रेस के साथ उनका गठबंधन नहीं हो सका। मायावती ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि कांग्रेस ने समाज के हाशिए पर रहने वालों, गरीबों, किसानों और मजदूरों की अनदेखी की है। बता दें कि उनकी पार्टी कांग्रेस के विद्रोही और राज्य के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी के साथ गठबंधन कर छत्तीसगढ़ में चुनाव लड़ रही है।
मायावती ने सितंबर में अजीत जोगी के साथ गठबंधन की घोषणा की थी। कांग्रेस ने मायावती के साथ गठबंधन करने की छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में चुनाव लड़ने के आखिरी समय तक कोशिश की लेकिन सीटों के बंटवारे को लेकर बात नहीं बन सकी थी। मायावती ज्यादा सीटों की मांग कर रही थीं। मायावती राजस्थान में भी सीट चाहती थीं, जहां कांग्रेस सत्तारूढ़ बीजेपी के खिलाफ विरोधी सत्ता की भावना के पीछे जीत हासिल करती नजर आ रही है।
उन्होंने 2016 में उत्तर प्रदेश चुनावों के दौरान “सपनाथ-नाग्नाथ” टिप्पणी की थी। 2019 के आम चुनाव से कुछ महीने पहले, जिसमें विपक्षी दल भाजपा को हराने के लिए एक महागठबंधन की उम्मीद कर रहे हैं, कांग्रेस वापस घर में है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह चुनाव के बाद सरकार बनाने के लिए कांग्रेस या बीजेपी के साथ गठबंधन करने के विचार कर रही हैं, मायावती ने कहा कि मतदान अभी चल रहा है। हमें पूर्ण बहुमत जीतने पर भरोसा है। किसी से भी समर्थन लेने का कोई सवाल नहीं है। यहां तक कि अगर हमें बहुमत नहीं मिलता है, तो भी हम विपक्ष में बैठेंगे लेकिन भाजपा या कांग्रेस के साथ नहीं जाएंगे। ये दोनों पार्टी गरीब लोगों और दबे कुचले लोगों की हितैशी पार्टी नहीं है। उन्होंने कहा कि हम विपक्ष में बैठना पसंद करेंगे, लेकिन मुझे पूरा भरोसा है कि जिस तरह से हमारी गठबंधन पार्टियां काम कर रही हैं, हमें पूरा बहुमत मिलेगा।