उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज 18वीं विधानसभा में अपना पहला भाषण दिया। सीएम योगी के भाषण से ऐसा लगा कि विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान हुए राजनीतिक हमलों को योगी आदित्यनाथ अब तक नहीं भूले हैं। उन्होंने सपा और अखिलेश यादव को नसीहत भी दी और कहा कि जनता नकारात्मकता को कभी स्वीकार नहीं करती है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष लोकतंत्र के दो पहिए होते हैं।

सपा को नसीहत देते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, “मार्च के पहले सप्ताह तक राजनीतिक हमलों और बयानबाजियों का दौर चलता रहा। हर दल अपने हिसाब से हमले करता रहा लेकिन एक चीज है जो हम देश के अंदर भी देखते हैं और उत्तर प्रदेश में भी देखते हैं कि जनता कभी नकारात्मकता को स्वीकार नहीं करती है, जनता के अंदर नकारात्मकता है ही नहीं।”

योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि, “जो सकारात्मक होगा ,जो प्रगतिशील होगा ,जो लोक कल्याण के लिए कार्य करेगा, जनता उसी को स्वीकार करती है। हमारे देश और समाज ने कभी भी नकारात्मकता को महत्व नहीं दिया। नकारात्मकता जीवन में कभी प्रगति नहीं कर सकती है। सकारात्मकता से न केवल प्रगति के मार्ग को आगे बढ़ा सकते हैं बल्कि लोक कल्याण के मार्ग पर भी सफलता प्राप्त कर सकते हैं। आज दुनिया को भारत से अपेक्षाएं हैं और भारत उत्तर प्रदेश से अपेक्षा रखता है।”

यूपी विधानसभा अध्यक्ष के लिए सतीश महाना को चुना गया। सतीश महाना कानपुर नगर जिले की महाराजपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं। आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम और मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी ने आज विधानसभा की सदस्यता ग्रहण की। वहीं आजम खान को शपथ लेने के लिए विधानसभा आने की अनुमति नहीं मिली।

बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक दलों के बीच एक दूसरे पर काफी तीखे हमले हुए थे। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर चिलम बाबा, सन्यासी और अन्य-अन्य नामों के माध्यम से प्रहार किए थे। वहीं योगी आदित्यनाथ ने भी एक विवादित बयान दिया था जिस पर खूब चर्चा हुई थी। सीएम योगी ने कहा था कि कुछ लोगों को गर्मी लग रही है और सरकार बनने ये गर्मी शांत हो जाएगी।