बुलंदशहर में गोकशी की अफवाह पर हुई हिंसा के अब तक कई वीडियो सामने आ चुके हैं। बीते दिन (बुधवार) को हिंसा के मुख्य आरोपी बताए जा रहे योगेश राज का वीडियो सामने आया था। जिसमें उसने खुद को बेकसूर बताया था। अब इसी मामले में भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के नेता शिखर अग्रवाल का वीडियो सामने आया है। जिसमें घटना वाले दिन के बारे में बताया गया है। यह नेता भी आरोपियों में शामिल है।
बुलंदशहर में हिंसा के आरोपियों में से एक भाजपा युवा मोर्चा के नेता ने खुद का वीडियो शेयर किया है। इसमें आरोपी ने कहा है कि, उस दिन हमने देखा कि कुछ लोग महाव गांव के जंगलों में जा रहे हैं। यह लोग गाय के अवशेषों को लिए हुए थे। उन्हें देख मैं भी वहां पहुंच गया। मैंने देखा कि वहां मृत गाय के अवशेष थे। इन्हें ट्रैक्टर ट्रॉली में भरकर हम चिंगरावठी पुलिस चौकी जा रहे थे। इस दौरान बीच में ही इंस्पेक्टर सुबोध सिंह ने बीच में ही रास्ता रोक लिया और आगे न जाने की बात कही। तो हमने कहा कि यह ट्रैक्टर जनता के सामने आना ही चाहिए। सुबोध सिंह ने कहा कि इन अवशेषों को यहीं दबाएंगे। इसके बाद काफी देर तक उनसे बात होती रही। उसके बाद हम लोग ट्रैक्टर लेकर आ गए”।
आरोपी ने इस वीडियो में अब तक की कहनी से उलट इंस्पेक्टर सुबोध सिंह पर ही ठीकरा फोड़ते हुए कहा, ‘सुबोध सिंह से मिलकर निकलने के बाद एसडीएम अविनाश चंद्र से बात हुई। इस दौरान एसडीएम ने सुबोध सिंह की शिकायत की। सुबोध सिंह ने मुझे जान से मारने की धमकी दी। सुबोध सिंह ने जानबूझ कर मुकदमा पंजीकृत न होने देने की कोशिश की। माहौल खराब कर दिया। सुबोध सिंह ने गुंडागर्दी दिखाई’।
बता दें कि, बुधवार को हिंसा के मुख्य आरोपी योगेश राज ने एक वीडियो जारी कर खुद को बेकसूर बताया था। वीडियो की शुरुआत योगेश जय श्री राम से कर अपना परिचय बजरंग दल जिला संयोजक, बुलंदशहर देता है। वीडियो में वह कहता है कि, ‘सभी ने जिले में हुई गोकशी से घटना देखी। पुलिस मुझे ऐसे पेश कर रही है मानो मेरा कोई लंबा आपराधिक रिकॉड हो। उसने कहा कि, घटना की जानकारी के बाद वह मुकदमा लिखाने गया था लेकिन थाने में ही जानकारी हुई कि मौके पर पथराव शुरू हो गया है। साथ ही फायरिंग में एक युवक को लगने की जानकारी हुई। एक पुलिसवाले को भी गोली लगी है’। जब हमारी बात मान प्रशासन मुकदमा दर्ज हो रहा था तो बजरंग दल प्रदर्शन क्यों करता? योगेश राज ने वीडियो में बताया कि, ‘वह पथराव और फायरिंग वाली जगह पर था ही नहीं’।