अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, एक बार फिर से विवादों के घेरे में आ गया है। विवाद का कारण विश्वविद्यालय में मंचित होने जा रहे नाट​क की होर्डिंग है। इस होर्डिंग में भारत के गलत नक्शे को दिखाया गया था। विश्वविद्यालय के बाहर लगाए गए होर्डिंग पर भाजपा नेताओं की भृकुटि तन गई है। हालांकि विवाद की भनक लगते ही विश्वविद्यालय ने न सिर्फ होर्डिंग को हटा लिया है बल्कि कार्यक्रम के आयोजन को भी रद कर दिया है। वहीं भाजपा नेता अभी इस मामले को एचआरडी मंत्रालय तक ले जाने की तैयारी में हैं।

बता दें कि निर्देशक तल्हा ठाकुर ने मशहूर लेखक असगर वज़ाहत की कहानी ‘जिस लाहौर नहीं वेख्या, वो जन्म्या ही नहीं।’ पर नाटक का आयोजन किया था। ये नाटक एएमयू ड्रामा क्लब द्वारा रविवार (18 नवंबर, 2018) की शाम 4.30 बजे से कैनेडी आडिटोरियम में खेला जाना था। इस नाटक के बारे में जानकारी देती हुई होर्डिंग विश्वविद्यालय के गेट के बाहर लगाई गई थी। इस होर्डिंग में कथित तौर पर भारत से कश्मीर और उत्तर पूर्व के कई राज्यों को हटा दिया गया था। आरोप है कि कश्मीर को चीन और पाकिस्तान में जबकि अरुणाचल को चीन का हिस्सा दिखाया गया था।

उक्त होर्डिंग की जानकारी मिलते ही भाजपा नेता सक्रिय हो गए। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शिक्षा निगरानी समिति, भारत सरकार के सदस्य और भाजपा ब्रज क्षेत्र के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष डॉ. मानवेंद्र प्रताप सिंह ने एडीएम सिटी और एएमयू अनुशासन समिति के अध्यक्ष से इस संबंध में बातचीत की। उनकी सूचना के बाद एएमयू प्रशासन हरकत में आ गया।

शनिवार को जानकारी मिलने के बाद राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शिक्षा निगरानी समिति, भारत सरकार के सदस्य और भाजपा ब्रज क्षेत्र के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष डॉ. मानवेंद्र प्रताप सिंह ने एडीएम सिटी एवं एएमयू प्रॉक्टर से इस संबंध में बातचीत की। उनकी सूचना के बाद एएमयू प्रशासन हरकत में आ गया। एएमयू पीआरओ आफिस के मेंबर इंचार्ज प्रो. शाफे किदवई ने बताया कि नाटक में नक्शे का मतलब नहीं है। नक्शे में त्रुटि की सूचना मिलने के बाद पोस्टर को हटवा दिया गया है और नाटक के मंचन को स्थगित कर दिया गया है।

वहीं भारत सरकार की राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शिक्षा निगरानी समिति के सदस्य और भाजपा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष डॉ. मानवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा,”भारत के नक्शे से उसका ताज गायब कर दूसरे देश में दिखा गया है। भुजाएं काटकर दूसरे देश में डाल दी गईं है। ये शुद्ध रूप से देशद्रोह का मामला है। मुकदमा कराने पर विचार किया जा रहा है। वह इसकी शिकायत मानव संसाधन विकास मंत्री से करेंगे। एएमयू वीसी से भी बात करेंगे कि आखिर बार-बार एएमयू में विवादित कार्य क्यों होते हैं, जिससे माहौल बिगड़े।”

बता दें कि जिस नाटक की वजह से ये विवाद हुआ है उसका मंचन पहले भी एएमयू में कई बार हुआ है। मशहूर नाटककार हबीब तनवीर ने भी इस नाटक का निर्देशन किया है। ये नाटक भारत और अमेरिका सहित कई देशों में खेला जा चुका है। हालांकि ये नाटक मुस्लिम कट्टरपंथियों को कभी पसंद नहीं आया। इसी वजह से इसे पाकिस्तान में प्रतिबंधित कर दिया गया था।