उत्तरी पश्चिमी दिल्ली से भाजपा के दलित सांसद उदित राज ने दलितों के घर अपनी पार्टी नेताओं के भोजन करने के मुद्दे पर कहा है कि समुदाय की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए इस तरह की चीजें पर्याप्त नहीं हैं। साथ ही, उन्होंने दलितों के घर राहुल गांधी के भोजन करने के बावजूद कांग्रेस के चुनाव हारने का जिक्र किया। भाजपा सांसद ने चेतावनी दी कि जो लोग समुदाय की आकांक्षाओं को नहीं समझ रहे हैं, उन्हें अंजाम भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि वह इस बात को समझ पाने में नाकाम रहे हैं कि नेता, विद्वान और बुद्धिजीवी क्यों नहीं दलित समुदाय के मुद्दों को समझ पा रहे हैं। उदित राज का यह बयान हाल के दिनों में उपजे दलित असंतोष के बाद आया है।
राज ने कहा कि दलितों के घर भोजन भर करने से समुदाय संतुष्ट नहीं होगा। उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने की जरूरत है जिसमें सम्मान, समानता और अधिकार शामिल हैं। उत्तर पश्चिम दिल्ली से लोकसभा सदस्य ने कहा कि दलितों के घर रात में ठहरने और भोजन करने से ना तो समुदाय सशक्त होगा, ना ही नेताओं को फायदा होगा। राहुल गांधी इसके उदाहरण हैं। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि वह भाजपा नेता होने के नाते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘ग्राम स्वराज अभियान’ के कार्यक्रम का समर्थन करते हैं।
गौरतलब है कि हाल के दिनों में खास कर यूपी और चुनावी राज्य कर्नाटक में बीजेपी के शीर्ष नेताओं द्वारा दलितों के घर जाकर भोजन करने का सिलसिला बढ़ गया है। बीजेपी नेताओं को लगता है कि दलितों के घर भोजन करने से उनके भीतर उपजा अंसतोष कम होगा। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी एक्ट में बदलाव किए जाने और गौरक्षकों द्वारा दलितों की पिटाई करने की घटनाओं के बाद से पूरे देश में दलितों में बीजेपी और मोदी सरकार को लेकर गुस्सा है। यूपी से आने वाले बीजेपी के कुछ सांसदों ने हाल ही में पीएम मोदी को खत लिखकर समुदाय के गुस्से से अवगत कराया था। एक सांसद ने तो आरोप लगाया था कि मोदी सरकार ने चार सालों में दलित समुदाय के लिए कुछ भी नहीं किया। एक दलित सांसद ने खुले तौर पर सीएम योगी आदित्यनाथ की शिकायत पीएम मोदी से की थी। इसके बाद योगी आदित्यनाथ समेत उप मुख्यमंत्री और योगी मंत्रिमंडल के कई सदस्यों ने दलितों के घर खाना खाया था।