समाजवादी पार्टी के नेता और यूपी सरकार के पूर्व मंत्री आजम खान इन दिनों जेल में हैं। गुरुवार को यूपी कांग्रेस चीफ अजय राय आजम खान से मुलाकात के सीतापुर जेल पहुंचे लेकिन खबर है कि सपा नेता ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया। इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के मुताबिक, मिलने आने वाले लोगों पर लिमिट की वजह से आजम खान ने मुलाकात से इनकार कर दिया है।

रिपोर्ट में जेल के एक अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि कैदी 15 दिन में सिर्फ दो बार लोगों से मिल सकते हैं और आजम खान ने उनसे कहा है कि वह सिर्फ अपने सदस्यों से मुलाकात करेंगे। इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में सीतापुर जेल के सुपरिटेंडेंट सुरेश कुमार सिंह ने कहा कि 15 दिनों में एक कैदी सिर्फ दो बार विजिटर्स से मिल सकता है। इन 15 दिनों के लिए आजम खान एक बार यह सुविधा उठा चुके हैं और उन्होंने कहा कि वह दूसरी बार में अपने फैमिली मेंबर्स से ही मिलना चाहेंगे। हमने यह सीतापुर जिले के कांग्रेस अध्यक्ष को बता दिया है।

जेल पहुंचे क्या बोले यूपी कांग्रेस चीफ?

सीतापुर जेल के बाहर मीडिया से बातचीत में यूपी कांग्रेस चीफ अजय राय ने कहा कि मानवता के नाते आजम खान से मिलने आए हैं। जिस तरह से बीजेपी सरकार उन्हें परेशान कर रही है, कांग्रेस पार्टी उनके परिवार को संभल देने आए हैं। दुख की घड़ी में हम उनके साथ खड़े हैं। आजम खान पर लगातार अत्याचार अन्याय हो रहा है। हम उनसे मिलने आए हैं। पूरी कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी है।

यूपी कांग्रेस और सपा में सब ठीक नहीं?

मध्य प्रदेश में सपा को कांग्रेस द्वारा कोई सीट न दिए जाने के बाद से दोनों दलों के नेताओं के बीच बयानबाजी देखी गई है। पिछले एक हफ्ते में अजय राय और अखिलेश यादव भी एक-दूसरे पर शब्द बाण छोड़ चुके हैं। कांग्रेस नेता से जब सवाल किया गया कि क्या आजम खान से उनकी मुलाकात सपा नेतृत्व को पसंद आएगी तो उन्होंने कहा, “हम साथी हैं। यह इंडिया गठबंधन के लिए फायदेमंद है।”

सीतापुर जेल जाने से पहले उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि हम अखिलेश यादव के बारे में कुछ नहीं कह सकते हैं कि उन्होंने अब तक आजम खान से मुलाकात क्यों नहीं की है। हालांकि यह स्पष्ट है कि वो कांग्रेस नेताओं के सीतापुर जेल जाकर आजम खान से मिलने के प्लान से खुश नहीं है। इससे पहले बुधवार शाम को मीडिया से बातचीत में सपा मुखिया ने कहा कि आजम साहब से तो सबको मिलना चाहिए और उस समय कांग्रेस के लोग कहां थे जब उनको फंसाया जा रहा था। कांग्रेस के नेता भी उन्हें फंसाने में लगे थे।