राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवादित मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस मामले को बाहर सुलझाने की बात कहे जाने के बाद विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) द्वारा बहुत बड़ा बयान दिया गया है। गुरुवार को वीएचपी ने कहा कि भारत की किसी भी जगह में हम बाबरी मस्जिद नहीं बनने देंगे। उन्होंने कहा कि जब बाबर नाम का कोई मुस्लिम भगवान था ही नहीं तो वे क्यों चाहते हैं कि बाबरी मस्जिद बने। इसी के साथ परिषद ने कहा कि बाबर ने सिर्फ देश को लूटने का काम किया और उसने जबरन लोगों को इस्लाम धर्म अपनाने पर मजबूर किया। वीएचपी का ये भी कहना है कि बीजेपी की सरकार होने के कारण अब इस मुद्दे पर जल्द ही कानून पास हो जाएगा।

वीएचपी के यूथ विंग बजरंग दल के राज्य संयोजक बलराज दुंगर ने कहा कि हम मुस्लिमों के खिलाफ नहीं हैं। वे अयोध्या की 84 कोस परिक्रमा के बाहर कहीं भी मस्जिद का निर्माण कर सकते हैं लेकिन बाबर के नाम पर किसी मस्जिद का निर्माण हम नहीं होने देंगे। बलराज ने कहा कि रामोत्व संकल्प साभास के जरिए हम पूरे देश के हिन्दुओं को जागरुक करेंगे कि वे राम मंदिर के मुद्दे पर एकता बनाकर रखें।

इसके बाद वीएचपी के राज्य प्रवक्ता शिलेंद्र चौहान ने कहा कि हम इस मामले को कोर्ट के बाहर सुलाझाने के लिए तैयार हैं लेकिन दूसरा पक्ष नहीं चाहता कि यह फैसला कोर्ट के बिना सुलझे। उन्होंने कहा कि अब केंद्र और राज्य दोनों में ही हिन्दू सरकार है इसलिए अब समय आ गया है कि जैसे संसद में सोमनाथ मंदिर के लिए बिल पास कराया गया था उसी तरह राम मंदिर के लिए भी किया जाए। वहीं मेरठ के वीएचपी सचिव गोपाल शर्मा ने कहा कि बाबरी मस्जिद के ढांचे को गिराए जाने के बाद हमने मंदिर के लिए 8 करोड़ रुपए जमा किए हैं। एक बार राम मंदिर बनने के लिए कानून पास हो जाए तो मंदिर को बनने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली और लखनऊ दोनों जगह बीजेपी की सत्ता है इसलिए इस मामले को जल्द ही सुलझा दिया जाएगा।