अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) ने अलग-अलग छात्रावासों में अवैध रूप से रह रहे छात्रों के खिलाफ अभियान शुरू किया है। AMU के प्रवक्ता उमर पीरजादा ने बताया है कि यह अभियान गुरुवार की शाम को शुरू किया गया था। उन्होंने कहा कि यह एक बड़े सफाई अभियान की महज शुरुआत है और जब तक अवैध तौर पर काबिज छात्रों को यहां से नहीं निकाला जाता यह अभियान जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि गुरुवार को दोपहर में कुलपति ने एक उच्च स्तरीय बैठक की थी जिसमें कई अधिकारी शामिल रहे।
कुलपति के साथ हुई बैठक में क्या हुआ?
प्रवक्ता उमर पीरजादा के मुताबिक कुलपति ने AMU प्रशासन के साथ एक बैठक की जिसमें कानून व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया गया। दरअसल बुधवार की शाम कैंपस में गोलीबारी की घटना घटी थी जिसमें अनीगा रोशन खयाल नाम की मेडिकल की छात्रा घायल हुई थी, इस मामले के बाद प्रशासन काफी सख्त हो गया है।
गोलीबारी की घटना
जानकारी के मुताबिक मौलाना आजाद लाइब्रेरी के पास दो ग्रुप्स के बीच गोलीबारी हुई थी, इस घटना में घायल हुई छात्रा अनीगा को जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज ले जाया गया था जहां डाक्टरों हालत को खतरे से बाहर बताया है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर प्रोफेसर मोहम्मद वसीम ने कहा कि गोली चलाने की इस घटना में तीन लोग शामिल थे और ये तीनों बाहरी थे।
उन्होंने बताया कि पुलिस और प्रॉक्टोरियल टीम ने एक छात्रावास में छापा मारा जहां मेहताब नाम के लड़के को पकड़ा गया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। उन्होंने बताया कि मेहताब और दो अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
इस बीच विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हाल के महीनों में कैंपस में कई हिंसक घटनाएं सामने आई हैं, जिसके रहते सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। एएमयू में लगातार हॉस्टल के मुद्दे पर बात हो रही है और पहले भी इस तरह की कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। फिलहाल एएमयू प्रशासन कुछ ताजा घटनाओं के बाद काफी सख्त नजर आ रहा है।