उत्तर प्रदेश में जब से दोबारा बीजेपी की सरकार बनी है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शपथ ली है, उसके बाद से ही माफियाओं के खिलाफ पूरी रफ्तार के साथ कार्रवाई हो रही है। जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद की मुश्किलें लगातर बढ़ रही है। अब ईडी ने मुख्तार के बेटे और पत्नी पर शिकंजा कसा है। साथ ही ईडी ने मुख्तार के खास शकील हैदर के खिलाफ केस दर्ज किया है।

ईडी ने मुख़्तार अंसारी के करीबी जेल में बंद शकील हैदर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। शकील हैदर मुख़्तार का करीबी है और प्रयागराज के पंजाब नेशनल बैंक से फर्जी कागज दिखाकर 25 करोड़ लोन लेने का उसपर आरोप है। बता दें इस मामले की जांच सीबीआई कर रही थी और उसी जांच के आधार पर ईडी ने मुकदमा दर्ज किया है। इस मुकदमे से मुख़्तार की भी मुश्किलें बढेंगी क्योंकि शकील मुख्तार का करीबी है।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लखनऊ में मुख्तार अंसारी की 20 से अधिक संपत्तियों को चिन्हित किया है। इन संपत्तियों की कीमत 10 करोड़ से अधिक बताई जा रही है। मुख्तार की पत्नी अफसा और विधायक बेटे अब्बास की संपत्ति को जांच एजेंसी ने चिन्हित किया है। ईडी ने लखनऊ विकास प्राधिकरण से मुख्तार के बेटे और पत्नी की 20 से अधिक संपत्तियों की जानकारी मांगी है।

इससे पहले 10 अप्रैल को गाजीपुर जिला प्रशासन ने मुख़्तार की करीब 4 करोड़ की संपत्ति कुर्क की थी। गाजीपुर के महुआबाग स्थित शुभ्रा कॉम्प्लेक्स के सामने यह जमीन मुख्तार अंसारी की मां राबिया खातून के नाम पर थी, जिसकी कीमत करीब 4 करोड़ बताई गई। एक रिपोर्ट के अनुसार मुख्तार अंसारी की अब तक की 60 करोड़ की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है। जबकि उसके करीबियों की 100 करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है।

करीब एक हफ्ते पहले यूपी पुलिस ने अतीक अहमद के बेटे अली पर इनाम की राशि बढ़ा दी थी। साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद का बेटा अली अहमद रंगदारी के एक मामले में फरार चल रहा है। यूपी पुलिस ने पहले उसके ऊपर 25,000 रुपए की इनामी राशि घोषित की थी, लेकिन अब यह राशि बढ़ाकर 50,000 रुपए कर दी गई है। अतीक अहमद के बेटे अली पर आरोप है कि उसने एक बिल्डर से 5 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी थी।