उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में साथ आई ‘युवा जोड़ी’ के अलग होने के संकेत एक बार फिर मिले हैं। इससे पहले पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले भी इस बार में इशारा किया गया था। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेगी। इतना ही नहीं अखिलेश यादव ने कांग्रेस को घमंडी करार दिया है।
न्यूज़18 की खबर के मुताबिक, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, ‘कांग्रेस ने जो किया, अच्छा किया। उन्हें लगता है कि लोकतंत्र में सिर्फ उनकी ही पार्टी बड़ी है। अन्य कुछ भी नहीं। कांग्रेस को लगता है कि उनके बिना समाजवादी पार्टी का कुछ भी नहीं हो सकता। कांग्रेस के रुख से साफ है कि तीसरे विकल्प की जरूरत है।’ अखिलेश ने कहा, रोटी बार-बार सेकने के बाद भी अच्छी बनती है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी ने तो रोटी जला ही दिया।
अखिलेश ने कांग्रेस से नाराजगी जताते हुए कहा, कांग्रेस का घमंड देखते हुए अब देश में तीसरे विकल्प की जरूरत लगने लगी है। बीजेपी हो हराने के सवाल पर उन्होंने कहा, बीजेपी को जनता ही हराएगी। किसान से लेकर युवा तक नाराज हैं। उन्होंने कहा, कांग्रेस किसानों की बात करती है लेकिन राज्य की सत्ता में 42 साल बिताने के बाद भी हिसाब नहीं दे रही।
बता दें कि, उत्तर प्रदेश में पिछला विधानसभा चुनाव सपा और कांग्रेस ने मिलकर लड़ा था। इसके बावजूद दोनों की ही बुरी हार हुई। हालांकि् कांग्रेस, सपा के साथ बसपा और रालोद ने कैराना उपचुनाव लड़ा था। यहां गठबंधन का फायदा जीतने के बाद नजर आया था। इसके बाद सपा ने यूपी के बाहर निकलकर विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के साथ जाने की इच्छा जताई थी। लेकिन कांग्रेस की तरफ से लगातार इसे नजरअंदाज किया जाता रहा। अब अखिलेश के इस बयान के बाद पूरी संभावना है कि 2019 के आम चुनावों के लिए महागठबंधन न हो।