यूपी विधानसभा चुनाव से पहले जब सपा मुखिया अखिलेश यादव और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव की भेंट हुई तो लगा कि अब चाचा-भतीजा में सब ठीक है। चुनाव प्रचार के दौरान शिवपाल यादव ने कई इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने अखिलेश यादव को अपना नेता मान लिया है और अब दोनों के बीच सब ठीक है। लेकिन चुनाव के बाद एक बार फिर चाचा-भतीजे के रिश्तों में खटास आ गई है। सपा विधायक दल की बैठक में खुद को ना बुलाये जाने को लेकर शिवपाल, अखिलेश से नाराज बताये जा रहे हैं। शिवपाल के बीजेपी में जाने की भी अटकले हैं।

सोमवार को शिवपाल सिंह यादव ने भगवान राम के आदर्श को लेकर एक चौपाई ट्वीट करते हुए लिखा कि, “प्रातकाल उठि कै रघुनाथा। मातु पिता गुरु नावहिं माथा॥ आयसु मागि करहिं पुर काजा। देखि चरित हरषइ मन राजा॥ भगवान राम का चरित्र परिवार, संस्कार और राष्ट्र निर्माण की सर्वोत्तम पाठशाला है। चैत्र नवरात्रि आस्था के साथ ही प्रभु राम के आदर्श से जुड़ने व उसे गुनने का भी क्षण है।” शिवपाल के इस ट्वीट के बाद लोगों को पूरी उम्मीद है कि शिवपाल जल्द ही बड़ा फैसला लेंगे।

शिवपाल के बीजेपी में जानें की खबरों के बीच यूपी तक यूट्यूब चैनल शिवपाल के कॉलेज पहुंचा और वहां के लोगों से शिवपाल सिंह यादव के ट्वीट पर बातचीत की। बातचीत के दौरान केके यादव ने कहा कि, “जहाँ शिवपाल जी जायेंगे, वहीं हमलोग जायेंगे। लेकिन उनके ट्वीट को लेकर कोई कयास ना लगाये जाए। ये बात सत्य है कि बच्चे के पैदा होते ही उसे भगवन राम के आदर्श सिखाएं जाते हैं।”

वहीं युवा रिषभ यादव ने कहा कि, “जिधर चचा जायेंगे, उधर ही हमलोग भी जायेंगे। भगवान राम तो सबके हैं, उनसे हम सब हैं, वो किसी एक के नहीं हैं।” वहीं जय सिंह पटेल नाम के व्यक्ति ने कहा कि, “जिधर शिवपाल जी जायेंगे उधर हम सब भी जायेंगे। हम उनके सिपाही हैं और भगवन राम सबके हैं। हम सब उन्हें फॉलो करते हैं।’

शिव सक्सेना नाम के व्यक्ति ने कहा कि, “पूरे देश की जनता का बीजेपी के प्रति रुझान बढ़ा है और उन्हें भी कहीं न कहीं उम्मीद दिख रही है क्योंकि भविष्य आज बीजेपी का ही दिख रहा है।”