सपा के दिग्गज नेता आजम खान जेल में हैं। मुस्लिम समुदाय के लोगों को उनका जेल में रहना कम सा रहा है। उनकी परेशानी इस बात को लेकर ज्यादा है कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव और पार्टी के चीफ अखिलेश यादव उनसे मिलने में भी कतरा रहे हैं। उनका कहना था कि मुस्लिम समुदाय आपका बंधुआ नहीं है जो बेरुखी देखकर भी आपके साथ लगा रहेगा।

ध्यान रहे कि आजम खान पिछले दो साल से ज्यादा समय से जेल में बंद हैं। उनकी पत्नी और बेटे को भी जेल की हवा खानी पड़ी है। हालांकि अभी तक उनका मसला परदे के पीछे था। लेकिन बीते दिन आजम खान के मीडिया प्रभारी ने एक बयान दिया कि अखिलेश या मुलायम सिंह ने उनका साथ नहीं दिया।

आजम खान के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां ने कहा कि क्या यह मान लिया जाए कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सही कहते हैं कि अखिलेश जी आप नहीं चाहते कि आजम खां जेल से बाहर आएं? उनका कहना था कि आपके मुंह से विधानसभा और लोकसभा में एक भी शब्द नहीं निकला। आप एक बार ही आजम खां से जेल में मिलने के लिए पहुंचे हैं, दूसरी बार मिलने तक की जहमत नहीं उठाई।

यूपी तक के संवाददाता से बातचीत में रामपुर के अजीम इकबाल खान एडवोकेट का कहना था कि अब समय आ गया है कि आजम खान कोई कड़ा फैसला लें। उनका सवाल था कि जो कुछ आजम के साथ हुआ वो दो साल से जेल में है। लेकिन कोई उनका हाल तक नहीं ले रहा। उनका कहना था कि ये मुस्लिम समुदाय का दर्द है। अगर मुलायम परिवार का कोई सदस्य जेल में होता तो क्या अखिलेश का रवैया ये ही रहता।

नवीन शर्मा का कहना था कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की चुप्पी आजम खान मामले में बहुत साल रही है। वो दो साल तीन महीने के समय में केवल 1 बार आजम खान से मिलने गए हैं। आजम खान सपा संरक्षक मुलायन सिंह यादव के बेहद करीबी रहे थे। वो भी आज तक उनसे मिलने नहीं गए। उनका कहना था कि आजम जेल में मुश्किल वक्त गुजार रहे हैं।

फिरोज शाह का कहना था कि आजम खान को लेकर दर्द पिछले ढाई तीन साल से उनके सीने में थे। राष्ट्रीय स्तर के नेता को जेल में बंद रखा गया है। आजम की पत्नी लेक्चरर हैं लेकिन उनको भी नहीं बख्शा गया। उनका कहना था कि सपा को चुनाव में 99 फीसदी वोट अब्दुल (मुस्लिम) देता है। उसके बाद भी हमारी परेशानी की सुनवाई करने को तैयार नहीं हो रहा। राहत अली का कहना था कि उनकी बीजेपी से दुश्मनी नहीं है।