बरेली में जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसक झड़प के सिलसिले में इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा की गिरफ्तारी हुई। वहीं रजा की गिरफ्तारी के बाद रविवार को बरेली की सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है और भारी पुलिस बल गश्त कर रहा है। हिंसा के बाद चप्पे चप्पे पर पुलिस की नजर है और दंगाइयों की गिरफ्तारी का अभियान भी तेज कर दिया गया है अब तक 39 से अधिक लोग ही गिरफ्तार किए गए हैं।
48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद
अधिकारियों ने बताया कि इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख रजा और सात अन्य आरोपियों की शनिवार को गिरफ्तारी के बाद पड़ोसी जिलों, रामपुर, पीलीभीत, शाहजहाँपुर, मुरादाबाद, बदायूं, संभल, बिजनौर, अमरोहा और फतेहगढ़ में रविवार से पुलिस प्रशासन ने सतर्कता और बढ़ा दी है। इन जिलों में मौलाना तौकीर रजा के कथित तौर पर बड़ी संख्या में समर्थक हैं। अधिकारियों ने बताया कि बरेली में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है, जहां 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं और अति संवेदनशील दरगाह-ए-आला हजरत के आसपास के इलाके को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं।
बरेली जोन के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) रमित शर्मा, मंडलायुक्त भूपेंद्र एस. चौधरी, डीआईजी अजय साहनी, जिलाधिकारी अविनाश सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अनुराग आर्य, पुलिस अधीक्षक (सिटी) मानुष पारीक और एसपी (साउथ) अंशिका वर्मा सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने रविवार को कानून-व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था पर कड़ी नजर रखने के लिए अति संवेदनशील क्षेत्रों का दौरा किया। अधिकारियों ने बताया कि झड़पों में शामिल दंगाइयों को गिरफ्तार करने के लिए विशेष पुलिस टीम अभियान चला रही हैं।
अधिकारियों ने बताया कि शनिवार रात पुलिस अधीक्षक (नगर) मानुष पारीक ने पथराव और गोलीबारी में शामिल लोगों की गिरफ़्तारी अभियान का नेतृत्व किया। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस हिरासत में लिए गए लोगों से कड़ी पूछताछ कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस प्रशासन फिलहाल सभी संभावित परिस्थितियों पर पूरी नज़र बनाए हुए है।
योगी ने दी थी चेतावनी
अधिकारियों ने आगे बताया कि यह व्यापक कार्रवाई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उस कड़ी चेतावनी के बाद की गई है जिसमें उन्होंने कहा था कि आस्था के नाम पर हिंसा भड़काने वालों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। अधिकारियों ने बताया कि रजा और अन्य सात सह-आरोपियों को शनिवार को अदालत में पेश किया गया और 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। बाद में रजा को फतेहगढ़ सेंट्रल जेल भेज दिया गया।