Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में मस्जिद के इमाम ने हार्टअटैक से जान गंवाने वाले किसान अलीदाद खान (75) को भाजपा समर्थक बताकर उनके जनाजे की नमाज पढ़ाने से इनकार कर दिया। किसान के बेटे की शिकायत पर डीएम ने एसडीएम को मौके पर भेजकर मामले की जांच कराई। इस मामले में इमाम मुफ्ती मोहम्मद राशिद और मस्जिद की कमेटी से जुड़े नगर पंचायत की पूर्व अध्यक्ष के पति समेत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

मामला कुंदरकी नगर के मोहल्ला कायस्थान का है। यहां के रहने वाले किसान दिलनवाज खान ने बताया कि 23 जुलाई को उनके पिता अलीदाद खान की हार्टअटैक से मौत हो गई थी। जिनके जनाजे की नमाज पढ़ाने के लिए स्टेशन वाली मस्जिद के पेश इमाम को वह बुलाने गए। दिलनवाज के मुताबिक, इमाम ने उनसे कहा कि उनके पिता भाजपा समर्थक है, उनका परिवार भाजपा को वोट देता है, हम तुम्हारे किसी काम में नहीं आएंगे।

दिलनवाज का कहना है कि मजिस्द की कमेटी से जुड़े नगर पंचायत की पूर्व अध्यक्ष के पति असलम खां, शमीम खां, शराफत खां और मतीन खां निवासी मोहल्ला कायस्थान के कहने पर ही इमाम मुफ्ती मोहम्मद राशिद निवासी स्टेशन वाली मस्जिद ने जनाजे की नमाज नहीं पढ़ाई है। आरोपियों ने भाजपा को वोट देने पर झूठे मुकदमे में भी फंसाने की धमकी दी। दिलनवाज ने का कहना है कि आरोपियों ने उसे और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी है। कस्बे में उसका परिवार में अब अकेला है। उसकी तीन बहनें, पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं जिससे परिवार समेत उसको जान का खतरा है। क्योंकि यह लोग समाजवादी पार्टी के दबंग लोग हैं।

रिश्तेदार ने पढ़ाई थी किसान के जनाजे की नमाज

स्टेशन वाली मस्जिद के पेश इमाम मुफ्ती मोहम्मद राशिद ने जब किसान अलीदाद खान के जनाजे की नमाज नहीं पढ़ाई तो उनके बेटे दिलनवाज खान के साले ने जनाजे की नमाज पढ़ाई थी।

भाजपा को वोट देने पर हमें माना जा रहा है गैर इस्लामिक

किसान अलीदाद खान के बेटे दिलनवाज खान ने भावुक होकर मीडिया को बताया कि उनके पिता भाजपा समर्थक रहे और भाजपा को ही वोट देते थे, इसलिए उनके परिवार को आरोपी पक्ष के लोग गैर इस्लामिक ही मानते हैं। उन्हें समाज से अलग करने का कोशिश की जा रही है।

धर्म के खिलाफ बयान करते थे अलीदाद : मुफ्ती राशिद

स्टेशन वाली मस्जिद के पेश इमाम मुफ्ती मोहम्मद राशिद ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि किसान अलीदाद धर्म के खिलाफ बयान देते थे, इसलिए वह उनके दफीने में शरीक नहीं हुए। रहा जनाजे की नमाज पढ़ाने का सवाल तो उनके रिश्तेदार ने जनाजे की नमाज पढ़ाई है, जिसका पहला हक होता है। इमाम ने कहा उनका राजनीति से कोई वास्ता नहीं है, जिसका सहारा लेकर किसान का बेटा अपना पक्ष भारी करना चाहता है।

सीसीटीवी कैमरे देख लें, हम मौजूद ही नहीं थे: असलम

नगर पंचायत कुंदरकी की पूर्व अध्यक्ष के पति असलम खां का कहना कि भाजपा समर्थक किसान अलीदाद खान के बेटे दिलनवाज खान के आरोप मनगढ़ंत हैं। 23 जुलाई को वह और शराफत खां, मतीन खां और शमीम खां मस्जिद में मौजूद ही नहीं थे। मस्जिद के सीसीटीवी कैमरे देख लिए जाएं। साथ ही इमाम साहब का यह निजी निर्णय है कि वह किसी के भी जनाजे की नमाज में शरीक हों या नहीं।

भाजपा से जुड़ा है अलीदाद खान का परिवार

भाजपा के कुंदरकी मंडल अध्यक्ष रमन भूषण ने बताया है कि किसान अलीदाद खां का परिवार पहले से ही भाजपा समर्थक रहा है। किसान के परिवार का चुनाव में भाजपा का समर्थन रहा है। बीते नगर पंचायत चुनाव में अलीदाद खान का भतीजा भी भाजपा के चुनाव चिह्न पर सभासद का चुनाव लड़ा था।