उत्तर प्रदेश में सोमवार को बड़ा प्रशासनिक फेरबदल हुआ। योगी सरकार ने सोमवार को गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद और प्रयागराज के जिला मजिस्ट्रेट (DM) सहित 23 भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारियों के तबादले का आदेश दिया। 2014 बैच की आईएएस अधिकारी मेधा रूपम को मनीष कुमार वर्मा की जगह गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) का नया जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है। वहीं मनीष वर्मा को प्रयागराज का जिलाधिकारी बनाया गया है।

मेधा रूपम पर भरोसा करते हैं सीएम योगी

मेधा रूपम पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भरोसा करते हैं। भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल होने से पहले वह एक निशानेबाज थीं। वहीं मनीष वर्मा 2011 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने इससे पहले मई 2017 तक नोएडा प्राधिकरण में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी (ACEO) के रूप में कार्य किया था। वहीं गौतम बुद्ध नगर के डीएम के रूप में नियुक्त होने से पहले वह मथुरा और प्रतापगढ़ में मुख्य विकास अधिकारी की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।

गाजियाबाद के डीएम बने रवींद्र कुमार

प्रयागराज के डीएम रवींद्र कुमार मंदर को गाजियाबाद का नया जिला मजिस्ट्रेट बनाया गया है। 2012 बैच के आईएएस अधिकारी रवींद्र कुमार मंदर जौनपुर और फिर प्रयागराज के डीएम थे, जहां उन्हें प्रयागराज कुंभ सहित प्रमुख आयोजनों की देखरेख का जिम्मा सौंपा गया था। दीपक कुमार मीणा (जो गाजियाबाद के जिला मजिस्ट्रेट के रूप में कार्यरत थे) अब योगी आदित्यनाथ के क्षेत्र गोरखपुर के डीएम का कार्यभार संभालेंगे। 2011 बैच के आईएएस अधिकारी और आईआईटी खड़गपुर (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग) के छात्र रहे दीपक मीणा ने 19 जनवरी, 2025 से लगभग छह महीने तक गाजियाबाद के डीएम के रूप में कार्य किया। 2025 में कांवड़ यात्रा को सुरक्षित रूप से संभालने और लगातार जनसुनवाई करने के लिए उनकी तारीफ भी की गई।

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दीपक कुमार मीणा को गोरखपुर की कमान

दीपक कुमार मीणा ने प्रतीक ग्रैंड सिटी सीवेज बाढ़ की घटना की उच्च-स्तरीय जांच का नेतृत्व भी किया था। दीपक मीणा ने कांवड़ यात्रा के दौरान 200 सीसीटीवी कैमरों से लैस इंटीग्रेटेड नियंत्रण कक्ष और निगरानी का भी आयोजन किया। वहीं उन्होंने दूधेश्वरनाथ मंदिर के पास महत्वपूर्ण हिस्सों में तीर्थयात्रियों के प्रबंधन के लिए 750 नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों को तैनात किया।

कृष्ण करुणेश (जो पहले गोरखपुर के ज़िला मजिस्ट्रेट के रूप में कार्यरत थे) को नोएडा प्राधिकरण का एसीईओ नियुक्त किया गया है। गोरखपुर के डीएम के रूप में करुणेश ने गोरखपुर हवाई अड्डे के बड़े विस्तार के लिए एक ऐतिहासिक MoU हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस परियोजना से यात्री क्षमता 270 से बढ़कर 2,500 प्रति घंटा हो जाएगी और प्रतिदिन 200 उड़ानें संभव होंगी।