उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में राष्ट्रनायक महाराणा प्रताप की प्रतिमा के अपमान का मामला सामने आया है। इस मामले में समाजवादी पार्टी के कई कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है। इसके अलावा राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 90 से 100 कार्यकर्ताओं के खिलाफ धारा 147, 188, 295-A, 504 और 171 H में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

क्या है पूरा मामला?

समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर आरोप है कि उन्होंने महाराणा प्रताप की प्रतिमा के हाथ में मौजूद भाले को टेढ़ा कर दिया और इसकी जगह पर सपा का झंडा लगा दिया। इसको लेकर लोग आक्रोशित हैं और विरोध प्रदर्शन भी हो रहे हैं। बता दें कि ये घटना अखिलेश यादव और डिंपल के रोड शो के बाद हुई है।

योगी आदित्यनाथ ने सपा और कांग्रेस पर साधा निशाना

राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना की निंदा की है और कहा कि सपा और कांग्रेस से राष्ट्रनायकों के सम्मान की उम्मीद नहीं की जा सकती। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस सिर्फ आतंकी और माफियाओं का महिमामंडन ही कर सकती है। बता दें कि एक दिन पहले ही योगी ने यहां रोड शो किया था और महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर फूल चढ़ाया था।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर मुद्दा हो रहा ट्रेंड

यह मामला इतना तूल पकड़ लिया है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर भी यह ट्रेंड कर रहा है। लोग महाराणा प्रताप के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट कर रहे हैं। इसके अलावा सपा के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की भी मांग कर रहे हैं। मैनपुरी के एसपी विनोद कुमार ने कहा, “एक पार्टी के रोड शो के खत्म होने के बाद कुछ लोग महाराणा प्रताप चौक पर इकट्ठे हुए और एक खास पार्टी के झंडे लगाने की कोशिश की। उन्होंने नारे भी लगाए। सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है और कार्रवाई की जाएगी।”

इस मामले पर मैनपुरी से सपा प्रत्याशी डिंपल यादव का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के अंदर बेचैनी की भावना है, जो रोड शो को लेकर उनकी प्रतिक्रिया से स्पष्ट है। इसी वजह से इन लोगों ने इस तरह की साजिश रची है।