UPSSSC Tubewell Operator Exam Postponed due to Paper Leak:: उत्तर प्रदेश में ट्यूबवेल ऑपरेटर पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, यूपी स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने इस मामले में कुल 11 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपियों के पास से कुछ मोबाइल फोन, दस्तावेज और तकरीबन 15 लाख रुपए बरामद किए गए हैं। एडीजी मेरठ प्रशांत कुमार ने कहा, “शनिवार रात 11 लोग गिरफ्तार किए गए। वारदात का मास्टरमाइंड सचिन (शिक्षक) भी इन्हीं में शामिल है। हमें इन लोगों से कुछ पेपर और कैश बरामद हुआ है।”
आपको बता दें कि ट्यूबवेल ऑपरेटर्स (नलकूप चालक) की भर्ती परीक्षा का पेपर शनिवार (एक सितंबर) को लीक हुआ था। यह परीक्षा रविवार (दो सितंबर) को प्रस्तावित थी। मगर इसे स्थगित कर दिया गया। यह फैसला यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) ने पेपर लीक होने के बाद उठाया।
यह परीक्षा नलकूप चालक के 3210 पदों पर चयन के लिए होनी थी। परीक्षा के लिए कुल आठ जिलों में केंद्र तय किए गए थे। पेपर लीक होने की जानकारी मिलने पर यूपीएसएसएससी में खलबली मच गई, जिसके बाद परीक्षा को टालने का फैसला किया गया।
उधर, अभ्यर्थियों में पेपर लीक होने को लेकर खासा नाराजगी दिखी। कानपुर में शनिवार (एक सितंबर) रात इसी बाबत हंगामा हुआ। हुआ यूं कि सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर कई अभ्यर्थी पेपर देने आए थे। उसी दौरान उन्हें पेपर लीक होने की जानकारी मिली। फिर क्या था, उन्होंने नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
परीक्षा में बैठने के लिए तकरीबन दो लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन दिया था। यूपीएसएसएससी के अध्यक्ष सी.बी.पालीवाल इस बारे में मीडिया से बोले थे, “परीक्षा निरस्त कर दी गई है। फिलहाल मामले की पड़ताल कराई जा रही है। जांच टीमें पता लगाने में जुटी हैं कि आखिर पेपर लीक हुआ कैसे। जो भी जांच में दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
आयोग ने परीक्षा सफलपूवर्क आयोजित कराने के लिए सभी किस्म की तैयारियां कर ली थीं। मसलन यह परीक्षा राज्य में जिन आठ केंद्रों पर होनी थी, वहां पर पर्यवेक्षक भी पहुंच चुके थे। इन केंद्रों में लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, गोरखपुर, आगरा और मेरठ के नाम शामिल हैं।