उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के जरिए संचालित हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं मंगलवार से शुरू हो रही हैं। इस बार प्रदेश में 66 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल होंगे। राज्य में नकल विहीन परीक्षा कराना योगी सरकार के लिए भी किसी परीक्षा से कम नहीं है। बोर्ड परीक्षा को लेकर जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियां पूरी करने का दावा किया है। हाईस्कूल की परीक्षाएं 22 फरवरी व इंटरमीडिएट की परीक्षाएं मंगलवार से शुरू होकर 12 मार्च चक चलेंगी। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद का 1921 में गठन किया गया था। 1923 में आयोजित बोर्ड की पहली परीक्षा में हाईस्कूल में 5655 परीक्षार्थी और इंटरमीडिएट में मात्र 89 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इस दौरान हाईस्कूल की परीक्षा के लिए 171 और इंटर की परीक्षा के लिए एक परीक्षा केंद्र बनाया गया था।
भाजपा शासनकाल में मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह को नकल रहित परीक्षा कराने का श्रेय जाता है। इसके बाद की कई सरकारों ने इस पर ध्यान नहीं दिया और प्रदेश नकल का अड्डा बन गया। यहां दूसरे राज्यों और पड़ोसी देश नेपाल तक के बच्चे आकर परीक्षा देते थे और नकल के बूते अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होते थे। बीते लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिले की धरती से नकल के विरोध में शंखनाद किया था। इस बार जिले के 167 परीक्षा केंद्रों पर करीब चार सौ स्कूलों के एक लाख से अधिक परीक्षार्थी भाग लेंगे। प्रशासन ने सभी परीक्षा केंद्रों को चार जोन और 17 सेक्टर में विभक्त करने के साथ ही प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात किया है। 500 से अधिक परीक्षार्थियो वाले केंद्र पर दो स्टेटिक मजिस्ट्रेट होंगे।
सभी मजिस्ट्रेटों को परीक्षा केंद्र पर पहुंचकर कालेज के मुख्य प्रवेश द्वार पर अपनी सेल्फी प्रशासन के जरिए बनाए गए वाट्सएप ग्रुप पर डालनी होगी। इसके साथ ही संवेदनशील व अति संवेदनशील केंद्रों पर विशेष चौकी का प्रबंध किया गया है। जिलाधिकारी जेबी सिंह का कहना है कि परीक्षा की तैयारी पूरी हो गई है। बोर्ड परीक्षा में हम हर हाल में नकल रोकने में कामयाब होंगे। शासन के तेवर को देखते हुए इस बार माध्यमिक शिक्षा विभाग के साथ ही पुलिस विभाग ने भी कसरत शुरू कर दी है। नकल माफिया की हर गतिविधियों पर नजर रखने के लिए खुफिया एजंसियों को लगाया गया है। खाकी के साथ ही सादी वर्दी में भी पुलिस कर्मियों को तैनात किया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार सिंह ने पिछले सालों के दागी केंद्रों की सूची के साथ पूरा ब्योरा तलब किया है।