उत्तर प्रदेश में औरैया जिले के अयाना पुलिस ने 24 साल से फरार चल रहे इनामी बदमाश को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार डाकू लालाराम गिरोह का मुख्य सदस्य है, जो भेष बदलकर साधु बन कर जिंदगी गुजार रहा था। गिरफ्तार डाकू के पास से ब्रजमोहन दास पुत्र राम बालक दास के नाम से फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड तथा राशन कार्ड भी बरामद हुए है।

औरैया पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने रविवार (26 जून, 2022) को जानकारी देते हुए बताया कि मुखबिर की सूचना पर औरैया और अयाना पुलिस ने लालाराम गिरोह के मुख्य सदस्य छेदा सिंह उर्फ छिद्दा निवासी भासौन को उसके घर से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार डकैत पर साल 2015 में पचास हजार का इनाम घोषित किया गया था।

वर्तमान में आरोपी की उम्र 69 साल है। शनिवार को वह अपने गांव भासौन परिजनों से मिलने आया था। तभी मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि पकड़े गए आरोपी पर अयाना थाना समेत आसपास के जिलों व मध्यप्रदेश में करीब 24 से अधिक मुकदमें दर्ज हैं।

गिरफ्तार छेदा सिंह उर्फ छिद्दा ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह लालाराम गैंग का सक्रिय सदस्य था। इस गैंग के साथ मिलकर उसने दर्जनों फिरौती, अपहरण और लूट की घटनाओं को अंजाम दिया।

साल 1998 में गैंग के साथ मिलकर थाना अयाना क्षेत्र के जसवंतपुर गांव के चार लोगों का अपहरण किया था, जिसमें कुछ लोगों को फिरौती लेकर छोड़ा गया था तथा एक अपहर्ता को पुलिस ने मुठभेंड के दौरान छुड़वाया था। इसी मुकदमें में फरार चल रहा था। जिसके बाद धीरे-धीरे जब गैंग समाप्त होने लगा तो पिछले 15-20 सालों से मैं अपना नाम पता बदल कर चित्रकूट में बाबा बनकर रह रहा था। आरोपी अस्ताकांड में फूलन देवी के साथ बैहमई कांड का बदला लेने के दौरान लालाराम का साथ देते हुए अस्ता में 12 लोगों को गोली का शिकार बनाने की घटना में शामिल था।