उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस महामारी फैलती जा रही है। गुरुवार (28 मई, 2020) को किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) ने बताया कि 1239 लोगों के नमूने लिए गए थे, जिनमें से 25 को कोविड-19 की पुष्टि हुई है। नए मामलों के साथ प्रदेश में अब कोरोना संक्रमितों की संख्या 7,016 हो गई है। इससे पहले स्वास्थ्य मंत्रालय ने संक्रमितों की संख्या 6991 बताई थी। कुल मरीजों में 3991 ठीक हो चुके है और 184 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि प्रदेश में कोरोना मरीजों में तेजी उछाल का कारण प्रवासी भी हैं। राज्य में अभी तक 1820 प्रवासी मजदूरों या कामगारों को कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। जौनपुर में सबसे ज्यादा 129 और इसके बाद रामपुर में 126 व तीसरे नंबर पर बाराबंकी में 121 एक्टिव केस हैं। इसके अलावा 11 जिले ऐसे हैं जहां 10 से कम एक्टिव केस बचे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि पूरे प्रदेश में पृथक-वास वार्ड में 2895 मरीजों को रखा गया है और 9,558 लोगों को अलग रखा गया है। प्रमुख सचिव ने बताया कि अब तक प्रदेश के 12396 इलाकों में निगरानी का काम किया गया है। इसके अलावा 73 लाख 61 हजार 323 घरों का सर्वेक्षण किया गया। इनमें तीन करोड़ 69 लाख 87 हजार 490 लोगों की निगरानी की गई है। उन्होंने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से प्रवासी मजदूरों की लगातार निगरानी की जा रही है। अब तक उनके द्वारा 9 लाख 60 हजार 933 प्रवासी कामगारों का पता लगाया गया जिनमें से 945 में कोई न कोई लक्षण मिले हैं।।
वहीं, पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में पिछले चौबीस घंटे में डेढ़ साल के बच्चे समेत कोरोना के 48 नए मामले मिले हैं, जिसके बाद राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 471 पहुंच गया है। इनमें 14 पौड़ी, 11 टिहरी, सात ऊधमिंहनगर, तीन-तीन नैनीताल और पिथौरागढ़ के साथ ही एक देहरादून जिले का मामला शामिल है। प्रदेश में 79 मरीज ठीक हो चुके हैं और 4 लोगों की मौत हो गई।
इसी बीच देश में पिछले चौबीस घंटों में कोविड-19 के 6,566 नए केस मिले हैं और 194 लोगों की मौत हो गई। गुरुवार को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने बताया कि देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर अब 1,58,333 तक जा पहुंची है। इसमें 86,110 एक्टिव केस हैं और 67,692 मरीज ठीक हो चुके हैं। मंत्रालय के मुताबिक देश में अब तक 4,531 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है।
उत्तर प्रदेश में झांसी सहित कुछ जिलों में बुधवार शाम पहुंचे टिड्डी दल में शामिल लाखों कीटों को रसायनों के गहन छिड़काव की मदद से नष्ट कर दिया गया। बचे हुए टिड्डी झुंड को भगाने की कोशिशें जारी है। इस बीच, लखनऊ में उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रदेश स्तर पर टिड्डी दल के नियंत्रण हेतु नियंत्रण कक्ष तथा गठित टीमें, टिड्डी दलों के प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में आक्रमण एवं उनकी गतिविधियों का नियमित पर्यवेक्षण करें तथा सम्बन्धित जिलों को आवश्यक सुरक्षात्मक निर्देश दें। झांसी मंङल के कृषि उपनिदेशक कमल कटियार ने बृहस्पतिवार को बताया कि बुधवार रात गरौठा और मौठ इलाके में पहुंचे टिड्डी दल पर जिला प्रशासन एवं कृषि विभाग द्वारा रात भर किए गए कीटनाशक के छिड़काव एवं अन्य उपायों के जरिए लाखों की संख्या में टिड्डे मारे गए हैं। उन्होंने बताया कि बची हुई टिड्डियों का एक छोटा दल इस वक्त झांसी के निकट पारीछा की ओर घूम रहा है, जिसे भगाने के एवं मारने के प्रयास किए जा रहे हैं।
उत्तराखंड में बृहस्पतिवार को दम तोड़ने वाले एक कैंसर ग्रस्त मरीज की जांच रिपोर्ट में उसके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई जबकि प्रदेश में इस महामारी से पीडितों की संख्या का आंकडा 500 तक पहुंच गया। प्रदेश में गुरुवार को कोविड-19 के 31 नए मरीज सामने आए जिनमें से सर्वाधिक 10 टिहरी गढ़वाल जिले में, देहरादून में नौ, हरिद्वार में आठ, अल्मोडा में तीन और नैनीताल में एक हैं। अब तक प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमितों का आंकडा 500 पर पहुंच गया है जबकि 414 लोगों का संक्रमण के लिए इलाज चल रहा है।प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा यहां जारी बुलेटिन के अनुसार, कोविड-19 के ताजा मामलों में ज्यादातर मरीज बाहर से यात्रा करके प्रदेश में लौटे हैं। हालांकि, देहरादून जिले में सामने आये दो मामले कोरोना वायरस संक्रमित मरीज के संपर्क में आये व्यक्ति के हैं जबकि तीन अन्य निरंजनपुर सब्जी मंडी के विक्रेता हैं।
जिले में बृहस्पतिवार को एक ही परिवार के तीन सदस्य कोरोना वायरस से संक्रमित मिले हैं जिससे यहां कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या 82 पहुंच गई। जिले के नोडल अधिकारी (कोविड-19) डॉक्टर ऋषि सहाय ने बताया कि बृहस्पतिवार को एक ही परिवार के तीन सदस्य कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए। ये सभी बारा तहसील के चंदइया बारी गांव के निवासी हैं और 16 मई को अपनी निजी कार से मुंबई से लौटे हैं। उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए ये लोग कालिंदीपुरम पृथक-वास केन्द्र में हैं और इन्हें एल3 अस्पताल में भेजा जा रहा है। ये सभी 25 मई को कोरोना संक्रमित पाए गए और वर्तमान में एल3 अस्पताल में भर्ती एक व्यक्ति के परिजन हैं।
जिले के थाना आसपुर देवसरा पुलिस ने गोविन्दपुर आए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और जिलाध्यक्ष सहित करीब 150 लोग के खिलाफ लॉकडाउन का उल्लंघन करने को लेकर मामला दर्ज किया है। पुलिस उपाधीक्षक पट्टी रमेश चन्द्र ने बताया कि पिछले दिनों मवेशी के खेत में घुस जाने को लेकर ग्रामीणों के बीच संघर्ष हो गया था जिसमें ग्राम प्रधान सहित कई लोगों को चोटें आयीं। उन्होंने बताया कि दोनों में से एक पक्ष की ओर से मंगलवार को सपा के राष्ट्रीय महासचिव अखिलेश कटियार और जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव काफिले के साथ गाँव आए थे।
उत्तराखंड के उद्यमशील युवाओं और कोविड-19 के कारण राज्य में लौटे प्रवासी कामगारों को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करने हेतु मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की शुरुआत की। इस योजना के तहत कुशल और अकुशल दस्तकारों, हस्तशिल्पियों और बेरोजगार युवाओं को अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। योजना के तहत राष्ट्रीयकृत बैंकों, अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों और सहकारी बैंकों के माध्यम से लाभार्थियों को ऋण सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
कानपुर देहात जिले के राजपुर इलाके में बालू खनन के लिए पट्टे लेने के विवाद में दो विरोधी गुटों बीच बृहस्पतिवार को गोली चलने से दो लोग की मौत हो गयी जबकि एक युवक घायल हो गया। मरने वालों की पहचान ज्ञानेंद्र सिंह चौहान:40: और गुलरेज:45: के रूप में हुई है, जबकि घायल युवक का नाम दीपक सिंह है। कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स ने बताया कि मनोज चौहान और साएदा खान ने बालू खनन के पट्टे साझे में लिये थे लेकिन बाद में दोनों में मतभेद हो गया और वे आपस में भिड़ गये।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ साइंस एंड सोसाइटी ने मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय की परियोजना- डिजाइन इनोवेशन सेंटर के अंतर्गत ‘स्पर्श’ नाम से लिक्विड और जेल हैंड सैनेटाइजर विकसित किया है जो औषधीय तेल से युक्त है।सेंटर ऑफ साइंस एंड सोसाइटी के संयोजक डाक्टर रोहित कुमार मिश्र ने बताया कि "स्पर्श" हैंड सैनेटाइजर में अल्कोहल के साथ अजवाइन के सत्व का प्रयोग किया गया है जिसमें 39.2% थाईमॉल पाया जाता है। इसे यूरोपियन फार्मास्यूटिकल एसोसिएशन ने सैनेटाइजिंग तत्व के रूप में घोषित किया है।
एमपी एमएलए अदालत के विशेष न्यायाधीश पी के राय ने बस विवाद में फंसे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की जमानत अर्जी पर सुनवायी गुरूवार को 30 मई तक के लिये टाल दी । अदालत ने यह आदेश जिला शासकीय अधिवक्ता मनेाज त्रिपाठी की ओर से मामले में संबधित थाने से जरूरी टिप्पणियां :रिलीवेंट कमेंट: न प्राप्त होने के कारण सुनवायी के लिए और समय की मांग करने पर पारित किया। कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू बस विवाद मामले में जेल में हैं। उन्हें 20 मई को आगरा में अवैध रूप से धरना प्रदर्शन करने के आरेाप में गिरफतार कर लिया गया था किन्तु उन्हें उसी दिन जमानत मिल गयी थी
स्थानीय सांसद रवि किशन लॉकडाउन के बाद पहली बार बृहस्पतिवार को मुंबई से यहां शहर पहुंचे हैं। सोशल मीडिया पर लॉकडाउन के दौरान उनके अपने संसदीय क्षेत्र से गायब रहने पर सवाल उठ रहे थे। उन्होंने बताया, ‘‘संसद के अनिश्चितकाल के लिये स्थगित होने की घोषणा के बाद मैं मुंबई अपने परिवार से मिलने चला गया था। उसके दूसरे दिन ही लॉकडाउन की घोषणा हो गयी और घरेलू उड़ानों पर भी रोक लग गयी।''
जिले के थरियांव थाना क्षेत्र के फरीदपुर गांव में बुधवार की आधी रात अज्ञात बदमाशों ने घर के बाहर सो रहे पूर्व ग्राम प्रधान की गोली मारकर हत्या कर दी। थरियांव थाना के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) विनोद कुमार ने बृहस्पतिवार को बताया, ‘‘फरीदपुर गांव के पूर्व ग्राम प्रधान शिवशंकर यादव (70) बुधवार की रात अपने घर के बाहर चारपाई सो रहे थे, तभी करीब बारह बजे के आस-पास अज्ञात बदमाशों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी।" उन्होंने बताया, ‘‘गोली चलने की आवाज सुनकर घर के अंदर सो रहे परिजन बाहर निकले, तब उनका शव चारपाई पड़ा देख पुलिस को सूचना दी।"
फिरोजाबाद में अस्पताल से भागने के बाद पकड़ कर वापस लाए गए एक मरीज की बृहस्पतिवार पूर्वान्ह संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक के परिजन ने उसकी हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि जिले के मेडिकल कॉलेज स्थित पृथक वार्ड से कोरोना संक्रमित एक मरीज ने बुधवार देर रात भागने की कोशिश की। रेलिंग तोड़कर बाहर निकलते समय पकड़ने पर उसने अस्पताल के सुरक्षा गार्ड को भी घायल कर दिया। मरीज का दिमागी संतुलन ठीक नहीं था।
लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्सों मे फंसे उत्तर प्रदेश के कामगारों को वापस लाने का काम अगले दो-तीन दिन में पूरा हो जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी ने इस आशय की जानकारी देते हुए बृहस्पतिवार को बताया कि अन्य राज्यों ने सूचित किया है कि वापसी के इच्छुक प्रवासी उनके यहां नहीं हैं या बहुत कम संख्या में हैं। अपर मुख्य सचिव, गृह और सूचना अवनीश अवस्थी ने बताया, ‘‘ट्रेनों और बसों से प्रवासी कामगारों को वापस लाने का पूरा अभियान अगले दो-तीन दिन में समाप्त हो जाएगा। अभी तक करीब 26 से 27 लाख प्रवासी लौटे हैं।’’
नयी दिल्ली से जलपाईगुड़ी जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन में सवार यात्रियों में से एक महिला की रास्ते में ही मौत हो गई। वहीं एक अन्य घटना में बांदा जिले में किराए के वाहन में जा रहे युवक की मृत्यु हो गई है। इटावा के मुख्य विकास अधिकारी राजा गणपति आर ने बृहस्पतिवार को बताया कि नयी दिल्ली से चलकर न्यूजलपाईगुड़ी जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन में सवार 50 वर्षीय महिला किता शेरपा की कानपुर टूंडला संभाग में चलती ट्रेन में मौत हो गई। वह कालिंमपोंग शिलीगुडी एनजेपी की रहने वाली थी।
ग्रेटर नोएडा स्थित जिम्स अस्पताल से कोविड-19 को मात देने वाले 10 लोगों को बृहस्पतिवार को छुट्टी मिली। अस्पताल के डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों ने उन्हें ताली बजाकर अस्पताल से विदा किया। जिम्स अस्पताल के निदेशक ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) डॉक्टर राकेश गुप्ता ने बताया कि कोविड-19 से संक्रमित 10 मरीजों स्वस्थ हो गए, उन्हें आज अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। उन्होंने बताया कि कल सात मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी गई थी। निदेशक ने बताया कि अब तक अस्पताल में कोविड-19 के जितने भी मरीज भर्ती हुए हैं उनमें से 70 फीसदी ठीक हो कर घर जा चुके हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के साढ़े नौ (9.5) लाख कामगारों को प्रदेश में ही रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कल, शुक्रवार को इंडियन इंड्रस्टीज एसोसिएशन (आईआईए), नरडेको (नेशनल रीयल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल) और सीआईआई के साथ करार करेगी। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बृहस्पतिवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि इस सहमति पत्र पर हस्ताक्षर होने के बाद राज्य में करीब साढ़े नौ लाख कामगारों के लिए रोजगार के अवसरों का सृजन होगा। आईआईए और सीआईआई, एमएसएमई ईकाइयों का समूह है जबकि नरडेको रीयल एस्टेट संस्थानों का समूह है।
उत्तर प्रदेश के बिजनौर में मुंबई से आए दो कामगारों के कोरोना वायरस संक्रमित पाए जाने के बाद जिले में कुल रोगियों की संख्या 85 हो गयी है जिनमें 47 लोग ठीक हो गये हैं तथा 36 का इलाज चल रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ विजय यादव ने बृहस्पतिवार को बताया कि मंडावली निवासी दो कामगार 19 मई को मुंबई से आए थे और तभी से उन्हे नजीबाबाद में पृथक-वास में रखा गया था। अब उनकी जांच रिपोर्ट में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है।सीएमओ ने जानकारी दी कि बुधवार रात 109 लोगों के नमूनों की रिपोर्ट आयी जिनमें दो लोग संक्रमित मिले हैं तथा 107 में संक्रमण नहीं मिला है।
बांदा जिले में कथित रूप से आर्थिक तंगी से परेशान दो प्रवासी मजदूरों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मटौंध थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) रामेंद्र तिवारी ने बृहस्पतिवार को बताया कि थाना क्षेत्र के लोहरा गांव के रहने वाले मजदूर सुरेश (22) ने बुधवार को खेत में लगे एक पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह लॉकडाउन में दिल्ली में फंसा था और पांच दिन पूर्व ही अपने गांव लौटा था। मृत युवक के परिजनों के हवाले से उन्होंने बताया कि दिल्ली से लौटने के बाद उसके पास खर्च के लिए पैसे नहीं थे, जिसके चलते उसने फांसी लगा ली। ऐसी ही एक अन्य घटना पैलानी थाना क्षेत्र के सिंधन कलां गांव की है। यहां दस दिन पूर्व मुंबई से लौटे प्रवासी मजदूर मनोज (20) ने बुधवार को अपने घर के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसके पड़ोसी अभिलाष ने बताया कि मनोज मुंबई में एक निजी कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था, लेकिन लॉकडाउन की वजह से कंपनी बंद हो गयी, जिससे वह गांव लौट आया था। उसके माता-पिता की पहले ही मौत हो चुकी थी और वह अकेला था। मुंबई से लौटने के बाद उसके पास राशन आदि भी खरीदने के लिए धन नहीं था।
उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में 246 नए मामले सामने आए हैं। UP के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि इस समय प्रदेश में 2820 एक्टिव केस है और 4062 ठीक हो कर घर जा चुके हैं। वहीं, कोरोना वायरस से 189 मौतें हुई हैं।
जिन 194 लोगों की बुधवार सुबह से मौत हुई है, उनमें से महाराष्ट्र में 105, गुजरात में 23, दिल्ली में 15, उत्तर प्रदेश में 12, मध्य प्रदेश में आठ, तमिलनाडु, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल में छह-छह, कर्नाटक एवं राजस्थान में तीन-तीन, बिहार एवं जम्मू-कश्मीर में दो-दो और आंध्र प्रदेश, हरियाणा एवं केरल में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। देश में संक्रमण से अब तक कुल 4,531 मरीजों की मौत हुई है, जिनमें सर्वाधिक 1,897 मरीजों की मौत महाराष्ट्र में और 938 मरीजों की मौत गुजरात में हुई है। मध्य प्रदेश में यह संख्या 313 है। दिल्ली में संक्रमण के कारण जान गंवाने वाले मरीजों की संख्या 303 और पश्चिम बंगाल में 289 है। उत्तर प्रदेश में 182, राजस्थान में 173, तमिलनाडु में 133, तेलंगाना में 63 और आंध्र प्रदेश में 58 लोगों की मौत हुई। कोविड-19 के कारण कर्नाटक में मृतक संख्या 47 और पंजाब में 40 पहुंच गई है। जम्मू-कश्मीर में 26 लोगों, हरियाणा में 18, बिहार में 15, ओडिशा एवं केरल में सात-सात, हिमाचल प्रदेश में पांच, झारखंड, उत्तराखंड, चंडीगढ़ एवं असम में चार-चार लोगों की मौत संक्रमण के कारण हुई। मंत्रालय ने बताया कि मेघालय में कोविड-19 के कारण एक व्यक्ति की मौत हुई है।
बरेली में एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में बृहस्पतिवार सुबह लगी भीषण आग में लाखों का सामान जलकर खाक हो गया। उप जिलाधिकारी (सदर) महेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सुबह करीब छह बजे प्रेमनगर थाना क्षेत्र में कृष्ण लीला शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में भीषण आग लग गई। सूचना पर दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। यह शॉपिंग कॉम्प्लेक्स केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार के आवास के पास स्थित है। हालांकि इस घटना में गंगवार के आवास को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। सुबह लोगों ने एक दुकान से धुंआ निकलते देखा तो मौके पर भीड़ जुट गई और इसकी सूचना पुलिस और दमकल विभाग को दी। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया और कई दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। आग से आर्ट एरिना गैलरी पूरी तरह राख हो गयी। गैलरी के मालिक संजय अग्रवाल ने बताया कि लगभग एक करोड़ रूपये का माल जल कर राख हो गया है। पुलिस अधीक्षक (नगर) रविंद्र कुमार ने बताया कि फिलहाल आग के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
उत्तराखंड के टिहरी जिले के देवप्रयाग क्षेत्र में बृहस्पतिवार तड़के एक मकान के ढह जाने से उसके मलबे में दबकर वहां सो रही एक वृद्ध महिला की मृत्यु हो गयी जबकि उसकी पुत्री बाल-बाल बच गयी। देवप्रयाग के उपजिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि क्षेत्र के घटोल गांव में तड़के करीब तीन बजे हुई इस घटना में नकटी देवी (80 वर्ष) की मलबे में दबकर मौके पर ही मृत्यु हो गयी जबकि उसकी पुत्री पीतांबरी देवी (48 वर्ष) को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस और प्रशासन की टीम ने बचाव और राहत कार्य चलाया तथा मलबे से पीतांबरी देवी को किसी तरह से सुरक्षित बाहर निकाला। मलबे से उसकी मां नकटी देवी का शव बरामद कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि पत्थरों से बना यह मकान काफी पुराना एवं जीर्ण-शीर्ण हो गया था।
झांसी जिले में बुधवार शाम पहुंचे टिड्डी दल में शामिल लाखों कीटों को रसायनों के गहन छिड़काव की मदद से नष्ट कर दिया गया। बचे हुए टिड्डियों के झुंड को भगाने की कोशिश जारी है। झांसी मंडल के कृषि उपनिदेशक कमल कटियार ने बृहस्पतिवार को बताया कि बुधवार रात गरौठा और मौठ इलाके में पहुंचे टिड्डी दल पर जिला प्रशासन एवं कृषि विभाग द्वारा रात भर किए गए कीटनाशक के छिड़काव एवं अन्य उपायों के जरिए लाखों की संख्या में टिड्डे मारे गए हैं। उन्होंने बताया कि बची हुई टिड्डियों का एक छोटा दल इस वक्त झांसी के निकट पारीछा की ओर घूम रहा है, जिसे भगाने के एवं मारने के प्रयास किए जा रहे हैं।
बांदा जिले में कथित रूप से आर्थिक तंगी से परेशान दो प्रवासी मजदूरों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मटौंध थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) रामेंद्र तिवारी ने बृहस्पतिवार को बताया कि थाना क्षेत्र के लोहरा गांव के रहने वाले मजदूर सुरेश (22) ने बुधवार को खेत में लगे एक पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह लॉकडाउन में दिल्ली में फंसा था और पांच दिन पूर्व ही अपने गांव लौटा था। मृत युवक के परिजनों के हवाले से उन्होंने बताया कि दिल्ली से लौटने के बाद उसके पास खर्च के लिए पैसे नहीं थे, जिसके चलते उसने फांसी लगा ली। शव का पोस्टमॉर्टम करवाया गया है और घटना की विस्तृत जांच की जा रही है। ऐसी ही एक अन्य घटना पैलानी थाना क्षेत्र के सिंधन कलां गांव की है। यहां दस दिन पूर्व मुंबई से लौटे प्रवासी मजदूर मनोज (20) ने बुधवार को अपने घर के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसके पड़ोसी अभिलाष ने बताया कि मनोज मुंबई में एक निजी कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था, लेकिन लॉकडाउन की वजह से कंपनी बंद हो गयी, जिससे वह गांव लौट आया था।
कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के कारण देश में पिछले 24 घंटे में 194 और लोगों की मौत हो जाने से बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे तक इस घातक बीमारी से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,531 हो गई और संक्रमण के 6,566 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 1,58,333 हो गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। मंत्रालय ने बताया कि देश में 86,110 संक्रमित लोगों का उपचार चल रहा है, 67,691 लोग इलाज के बाद संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और एक मरीज विदेश चला गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘अभी तक 42.75 प्रतिशत मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।’’ देश में जिन लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, उनमें विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।
भारत में कोरोना वायरस के कुल मरीजों में इलाज की जरुरत वाले मरीजों की संख्या बेशक कम हो सकती है, मगर चिंता बढ़ती जा रही है क्योंकि आर्थिक संकट के बीच निजी हॉस्पिटल फीस के नाम पर भारी कीमत वसूल रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक पिछले सप्ताह 15 फीसदी से भी कम एक्टिव कोरोना केस में मरीजों को हॉस्पिटल में भर्ती होने की जरुरत थी। इनमें से सिर्फ 2.25 फीसदी को आईसीयू में भर्ती करने की जरुरत थी। 1.91 फीसदी को ऑक्सीजन की जरुरत थी और महज 0.004 फीसदी मरीजों को वेंटिलेटर सपोर्ट की जरुरत थी। क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर
तमिलनाडु से हाल ही में मुजफ्फरनगर लौटे 10 प्रवासी श्रमिक बुधवार को कोरोना वायरस से संक्रमित मिले हैं। इसके साथ ही जिले में कोविड-19 के कुल संक्रमितों की संख्या 35 हो गई है। जिला मजिस्ट्रेट सेल्वा कुमारी जे ने बताया कि संक्रमित पाए गए इन सभी कामगारों को जिले के बेगराजपुर में स्थित मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में भेजा गया है। जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि तमिलनाडु से लौटने के बाद ये सभी श्रमिक काकरोली के एक पृथक-वास केंद्र में रह रहे थे।
आगरा में कोरोना वायरस के पांच नए मामले सामने आने से जिले में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 875 हो गई। जिलाधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार इस बीमारी के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 35 हो गई। उन्होंने बताया कि अब तक 770 लोगों को स्वस्थ होने के बाद छुट्टी दी जा चुकी है।
स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने लखनऊ में बताया कि पूरे प्रदेश में पृथक-वास वार्ड में 2895 मरीजों और 9,558 लोगों को पृथक-वास केंद्र में रखा गया है। प्रदेश की 30 प्रयोगशालाओं में अब तक 2,36,601 लोगों के नमूनों की जांच की गयी है। इनमें से 2,29,778 लोगों की रिपोर्ट नकारात्मक रही है।
नोएडा के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने बुधवार को दिल्ली-यूपी सीमा स्थित डीएनडी चेकपोस्ट का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने भीषण गर्मी में ड्यूटी कर रहे जवानों का हौसला बढ़ाते हुए सामाजिक दूरी का सख्ती से पालन करने को कहा। कहा कि किसी भी तरह की छूट लापरवाही मानी जाएगी।
नोएडा में जिला निगरानी अधिकारी ने बताया कि जनपद गौतम बुद्ध नगर में अब कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की संख्या 366 हो गई है। इनमें 108 लोगों का इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक 253 लोग ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं।
पिछले तीन दिन में उत्तरप्रदेश के गौतम बुद्ध नगर से करीब 550 प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्य उत्तराखंड पहुंचाया गया। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि पिछले कुछ सप्ताह में लॉकडाउन के कारण फंसे हजारों श्रमिकों को उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और उत्तराखंड में उनके घर पहुंचाया गया। जिला सूचना अधिकारी राकेश चौहान ने बताया कि उत्तरप्रदेश सरकार के आदेश के तहत फंसे हुए प्रवासी श्रमिकों को भेजने के लिए परिवहन की व्यवस्था करने का फैसला किया गया ।
उत्तर प्रदेश में कोविड—19 संक्रमण से पांच और मरीजों की मौत के साथ मृतकों का आंकड़ा 182 तक पहुंच गया है। इस बीच 269 नये मामले सामने आने के साथ राज्य में संक्रमित लोगों की तादाद 6991 हो गयी। इनमें से 3991 लोग ठीक हो चुके हैं जबकि 2818 लोगों का इलाज चल रहा है ।
उत्तर प्रदेश में बीते चौबीस घंटे में कुल 5002 सैंपल टेस्ट किए गए जिसमें से 4737 की रिपोर्ट निगेटिव आई। राज्य में कोरोना के 275 नए मामले बुधवार को सामने आए। राज्य के 75 जिलों में अबतक 2970 सक्रिय मामले हैं।
उत्तर प्रदेश के जनपद गौतम बुद्ध नगर में बुधवार को चार और लोग कोविड-19 से संक्रमित पाए गए। जिले में अब कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 366 हो गई है। इसके साथ ही स्वस्थ होने के बाद नौ मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गयी जिनमें सात लोग मीडिया से जुड़े हैं। जनपद में कोविड-19 के संक्रमण से अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। जिला निगरानी अधिकारी डाक्टर सुनील दोहरे ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नोएडा के सेक्टर सेक्टर 17 में रहने वाले 35 वर्षीय व्यक्ति, 60 वर्षीय महिला व चार साल की बच्ची के संक्रमित होने की पुष्टि हुयी है। इसके अलावा 38 वर्षीय एक महिला के भी कोविड-19 से संक्रमित होने की पुष्टि हुयी है। जिला निगरानी अधिकारी ने बताया कि जनपद गौतम बुद्ध नगर में अब कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की संख्या 366 हो गई है। इनमें 108 लोगों का इलाज चल रहा है।
उत्तराखंड में बुधवार को डेढ़ साल के बच्चे समेत कोरोना के 48 नए मामले मिले हैं जिसके बाद राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 471 पहुंच गया है। इनमें 14 पौड़ी, 11 टिहरी, सात ऊधमिंहनगर, तीन-तीन नैनीताल और पिथौरागढ़ के साथ ही एक देहरादून जिले का मामला शामिल है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन में दूसरे राज्यों से आये प्रवासी श्रमिकों को रोजगार दिलाने के लिये मुख्यमंत्री हेल्पलाइन से प्रत्येक कामगार को फोन करके उसकी दक्षता पूछने के निर्देश दिये हैं। गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि योगी ने लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा करते हुए प्रवासी श्रमिकों की स्किल मैपिंग पर खास तौर पर चर्चा की और कहा कि मुख्यमंत्री हेल्पाइन को मजबूत करके एक-एक श्रमिक को फोन करके पूछा जाए कि वह किस क्षेत्र में माहिर है और क्या काम करना चाहता है।
मुजफ्फरगनर में कोरोना वायरस संक्रमण से 83 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई। वहीं, 10 प्रवासी श्रमिकों में बुधवार को कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है। ये हाल ही में तमिलनाडु से मुजफ्फरनगर लौटे थे। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रवीण चोपड़ा ने पीटीआई-भाषा को बताया कि 24 मई को महिला के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। महिला की बुधवार को कोविड-19 समर्पित अस्पताल में मौत हो गई। मरीज को पहले अस्पताल में डायलिसिस के लिए लाया गया था, बाद में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई। जिले में कोरोना वायरस से मौत का यह पहला मामला है।
महाराष्ट्र के मुंबई से प्रवासी श्रमिकों को लेकर बुधवार को वाराणसी के मंडुवाडीह स्टेशन पहुंची श्रमिक स्पेशल ट्रेन में दो व्यक्ति मृत मिले। जांच में पाया गया कि दोनों व्यक्ति पहले से ही, गंभीर बीमारियों से ग्रस्त थे। पूर्वोत्तर रेलवे के प्रवक्ता अशोक कुमार ने पीटीआई भाषा को फोन पर बताया कि मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनल से गाड़ी संख्या 01770 श्रमिक स्पेशल ट्रेन सुबह आठ बज कर करीब 21 मिनट पर वाराणसी मंडल के मंडुवाडीह स्टेशन पहुंची। ट्रेन में राजकीय रेलवे पुलिस को दो व्यक्ति मृत मिले। प्रवक्ता ने बताया कि इसकी सूचना जीआरपी ने स्टेशन अधीक्षक को दी जिन्होंने जिला प्रशासन एवं रेलवे प्रशासन क अवगत कराया। तत्पश्चात मंडल चिकित्सालय से चिकित्सक मंडुवाडीह पहुँचे और मृतकों की जाँच की। तब पता चला कि दोनों श्रमिक पहले से गंभीर बीमारियों से ग्रस्त थे।