यूपी की योगी सरकार का दावा है कि राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर उनकी सख्ती का नतीजा है कि कोई भी अपराधी अपराध करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। इनामी बदमाश खुद थाने में सरेंडर कर रहे हैं। विधानसभा चुनाव में भी भाजपा ने योगी सरकार के कानून-व्यवस्था को लेकर जनता के बीच प्रचार-प्रसार किया था। पार्टी का कहना है कि योगी सरकार में माफिया जेल में है या फिर राज्य छोड़कर भाग गए हैं।
सरकार का कहना है कि अब हालत यह है कि जो बदमाश बचे हैं, वे खुद हाथ में तख्ती लेकर थाने आ रहे हैं और भविष्य में अपराध नहीं करने की कसम खाकर सरेंडर कर रहे हैं। मंगलवार को 25 हजार रुपए के इनामियां अपराधी सोनू पांडे ने भदोही जिले के सदर औरैया कोतवाली में हाथ में तख्ती लेकर अपराध नहीं करने की कसम खाते हुए सरेंडर किया।
इससे पहले गोंडा जिले में हाल ही में एक बदमाश ने आत्मसमर्पण किया था। वह भी 25 हजार का इनामी था। गौतम सिंह नाम का एक बदमाश एक तख्ती लिए अचानक थाने पहुंच गया। उस पर पुलिस ने 25 हजार का इनाम रखा था और बीते दिनों ही उसका नाम एक अपहरण मामले में सामने आया था। गौतम ने इस तख्ती पर लिख रखा था कि “मैं आत्मसमर्पण कर रहा हूं, मुझे गोली मत मारो। इसके बाद उसने पुलिसवालों से कहा कि मैं अब अपराध नहीं करूंगा।”
पुलिस के मुताबिक, बीते 8 मार्च को गोंडा जिले के छपिया थाना क्षेत्र के एक गल्ला व्यवसायी बबलू गुप्ता का अपहरण कर लिया गया था। फिर 20 लाख की फिरौती भी मांगी गई थी। हालांकि पुलिस ने कार्रवाई करते हुए व्यवसायी को मुक्त करा लिया था और रिंकू नाम के बदमाश को गिरफ्तार किया गया था। फिर पुलिस ने एक एनकाउंटर में राजकुमार और जुबैर नाम के दो अपराधियों को भी धर दबोचा था।
सरेंडर करने के मामले पर जिले के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र ने बताया कि यह बदमाश छपिया थाना क्षेत्र के एक गल्ला व्यवसायी के अपहरण में वांछित था। ऐसे में बदमाश ने छपिया थाने में आत्मसमर्पण किया है। बदमाश द्वारा कहा गया है कि अब वह दोबारा अपराध नहीं करेगा।