उत्तर प्रदेश पुलिस जल्द ही संभल में शाही जामा मस्जिद के पास एक आतंकवाद निरोधी दस्ता (ATS) स्थापित करेगी। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। इस यूनिट का कार्यालय जामा मस्जिद के पास स्थित सत्यव्रत पुलिस चौकी में बनाया जाएगा। बाद में कोई जमीन चिह्रित कर स्थायी कार्यालय बनाया जाएगा।

संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि प्रशासन द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार, संभल में धार्मिक स्थल के पास सत्यव्रत पुलिस थाने में एक एटीएस इकाई स्थापित की जाएगी। एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा, “भविष्य में ऐसी मानसिकता वाले लोग यहां न पनपें, इसके लिए एटीएस की एक इकाई की आवश्यकता थी।”

सत्यव्रत पुलिस चौकी में बनेगी ATS यूनिट

SP ने कहा, “एटीएस यूनिट की स्थापना के लिए प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार एक बड़ी जमीन की जरूरत है, जिसका सीमांकन भी कर लिया गया है।” एसपी ने यह भी कहा कि यह ध्यान देना जरूरी है कि भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा (एक्यूआईएस), हरकत उल मुजाहिदीन, सिमी (स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया) और आईएसआईएस जैसे कई आतंकवादी समूह अतीत में सक्रिय रहे हैं और वर्तमान में वे अफगानिस्तान, पाकिस्तान और भारत के विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय हो सकते हैं।

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सत्यव्रत चौकी को नवंबर 2024 में हुए बवाल के बाद स्थापित किया गया था। यहां से वर्तमान में जिला कंट्रोल रूम और सीसीटीवी कंट्रोल रूम भी संचालित होता है। एसपी ने बताया कि संभल की यह स्थायी एटीएस यूनिट मुरादाबाद पुलिस जोन की पहली यूनिट होगी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मेरठ, नोएडा और सहारनपुर में पहले से ही एटीएस यूनिटें स्थापित हैं।

नवंबर 2024 में संभल में हुई थी हिंसा

यह घटनाक्रम पिछले साल नवंबर में संभल में 24 नवंबर को हुई हिंसा के कारणों का पता लगाने के लिए गठित तीन सदस्यीय पैनल द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपनी रिपोर्ट सौंपे जाने के कुछ दिनों बाद हुआ है। इस हिंसा में चार लोग मारे गए थे और कई घायल हुए थे। नवंबर 2024 में हुए बवाल के बाद जिले की सुरक्षा बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं, जिनमें दो नए थाने और 45 नई पुलिस चौकियां स्थापित करना शामिल है। साथ ही, सुरक्षा के लिए आरएएफ और पीएसी की पांच-पांच कंपनियां तैनात की गई हैं।

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