उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री एस.पी. सिंह बघेल ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का दावा किया है। उन्होंने कहा कि इसके पहले कोर्ट ने कुछ महत्वपूर्ण मामलों पर रात को भी सुनवाई करके आदेश दिया है। राम मंदिर का मामला उन मामलों से भी ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि यह लोगों की भावनाओं से जुड़ा मामला है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को अयोध्या टाइटल सूट में सुनवाई 10 जनवरी तक के लिए स्थगित कर दिया। मंत्री बघेल ने यह बयान कोलकाता में दिया है।
दरअसल, कुंभ मेला 2019 को लेकर उत्तर प्रदेश के पशुपालन मंत्री एस.पी. सिंह बघेल कोलकाता पहुंचे थे। यहां उन्होंने कहा, “राम मंदिर का निर्माण अवश्य होगा। अगर सुप्रीम कोर्ट से समाधान निकलकर नहीं आता है तो बहुमत की राय और मसले के महत्व के आधार पर इसका समाधान किया जाना चाहिए। इस मसले का समाधान दो तरीकों से हो सकता है। मसले का समाधान या तो अदालत के आदेश के जरिए हो सकता है या आपसी बातचीत के जरिए।”
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इसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट द्वारा राम मंदिर की सुनवाई टाले जाने के बाद कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व में कुछ महत्वपूर्ण मसलों पर रात को भी सुनवाई करके आदेश दिया है। यह मसला उन मसलों से ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे लोगों की भावना जुड़ी है।” साथ ही उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण अवश्य होगा। उनका कहना है कि अगर सर्वोच्च न्यायालय में इस मसले पर विवाद का समाधान नहीं होता है तो हितधारकों के बीच आपसी बातचीत के माध्यम से इसका समाधान होना चाहिए।
बघेल ने कहा, “न्यायालय में विचाराधीन मामले पर कोई टिप्पणी करना लोकतंत्र में उचित नहीं है, लेकिन कोई निर्णय लेने से पहले किसी भी संस्थान को जनता और धार्मिक भावनाओं की गंभीरता को भी ध्यान में रखना चाहिए।”
बता दें कि मंत्री बघेल ने शुक्रवार को दावा किया था कि यूपी सरकार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इलाहाबाद में होने जा रहे कुंभ में आमंत्रित करना चाहती है लेकिन पिछले 12 दिनों से उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने का समय नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 12 दिनों से हमारा कार्यालय प्रयास कर रहा है कि उनसे (ममता बनर्जी) मिलने का वक्त मिल जाए ताकि कुंभ मेले के लिए उन्हें निमंत्रित किया जा सके। ऐसा लगता है कि वह बेहद व्यस्त हैं या हो सकता है कि किन्हीं राजनीतिक कारणों से वह इसमें शामिल ही नहीं होना चाहती हों।