उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में बाल विकास पुष्टाहार विभाग अमरिया तहसील क्षेत्र में कार्यरत एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की कोरोना वायरस का टीका लगने के बाद संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया है कि कर्मचारी की मौत हृदय रोग से हुई है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) सीमा अग्रवाल के मुताबिक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी प्रताप राम (55) लंबे समय से हृदय रोग से पीड़ित थे। उन्होंने बताया कि शुक्रवार की तड़के उनका पोस्टमार्टम परिजनों की सहमति से कराया गया।
सीएमओ ने ‘पीटीआई-भाषा’ को पोस्टमार्टम रिपोर्ट के हवाले से बताया कि प्रताप राम की मौत का कारण ह्रदय रोग है। उन्होंने बताया कि प्रताप के परिजनों के अनुसार 2007 में उनका ह्रदय का ऑपरेशन हुआ था। तब से उन्हें कोई परेशानी नहीं थी।
उन्होंने बताया कि उन्होंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट और परिजनों के बयान जिलाधिकारी और शासन को आज भेज दिये है। जिला प्रशासन के अनुसार पिथौरागढ़ में गांव किमटा गंगोलीघाट के निवासी प्रताप राम लंबे समय से पीलीभीत में कार्यरत थे। वे बाल विकास विभाग अमरिया में पिछले छह वर्ष से तैनात थे।
उप्र में कोरोना 4 और मौतेंः प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण से पिछले 24 घंटे में चार और मरीज़ों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 8,646 हो गई है जबकि इस महामारी के 216 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों का कुल आंकड़ा 5,99,837 पर पहुंच गया है। अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि राज्य में पिछले 24 घंटे में 521 और लोगों को स्वस्थ होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई। अब तक स्वस्थ होने वालों की संख्या बढ़कर 5,85,273 तक पहुंच गई है।
भारत में संक्रमण के 18,855 नए मामले, 163 और मौतें: भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के 18,855 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,07,20,048 हो गई है। अकेले छत्तीसगढ़ में 6451 नए मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि आंकड़ों के पुनर्मिलान के कारण मामलों में बढ़ोतरी दर्ज हुई। छत्तीसगढ़ में 6451 नए मामले आए, 6479 लोगों को स्वस्थ होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी गई और 35 लोगों की मौत हो गई। मंत्रालय ने कहा, ‘‘राज्य स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक आंकड़ों में बढ़ोतरी जिला स्तर तथा राज्य स्तर पर आंकड़ों के पुनर्मिलान के कारण हुई है।’’
‘भारत को सख्त लॉकडाउन का फायदा मिल रहा है’: भारत ने कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिए सख्त लॉकडाउन लागू किया था, जिसका उसे आज फायदा मिल रहा है। आर्थिक समीक्षा 2020-21 का एक निष्कर्ष है कि देश ने महामारी के दौरान जीडीपी (आर्थिक उत्पाद) की जगह मानव जीवन की रक्षा को अधिक महत्व दिया। संसद में शुक्रवार को पेश आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि महामारी शुरू होने के साथ ही भारत ने इसके प्रसार को रोकने को उपाय किए थे, जो यह दर्शाता है कि वह दीर्घावधि के लाभ के लिए थोड़े समय का दर्द झेलने को तैयार है।