उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में एसएसपी कलानिधि नैथानी ने सख्ती दिखाते हुए अलीगंज कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक आनंद शुक्ला को दर्जनों मातहतों के सामने लाइनहाजिर कर दिया। यही नहीं एसएसपी ने प्रभारी निरीक्षक को पैदल ही थाने तक जाने का निर्देश दे दिया। कहा जा रहा कि एसएसपी के बैचमेट के परिचित से रिश्वत मांगने की शिकायत सीधे एसएसपी कलानिधि नैथानी को मिली थी। जिस सिपाही पर रिश्वत मांगने का आरोप लगा था उसे भी एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया। गौरतलंब है कि हाल ही में लखनऊ में कैशियर हत्याकांड और लूट से पुलिस विभाग की कार्यशैली पर उंगलियां उठ रही थी।

उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में लगातार मिल रही ख़राब पुलिसिंग की व्यवस्था और रिश्वत मांगने की शिकायतों के बीच एसएसपी कलानिधि नैथानी हकीकत परखने खुद सड़कों पर निकले। एसएसपी की चेकिंग के दौरान कई चौकी इंचार्ज ड्यूटी से नदारद मिले, इससे नाराज एसएसपी ने अलीगंज, महानगर तथा हसनगंज प्रभारियों के साथ सभी एसआई और निरीक्षकों को कपूरथला चौराहे पर तलब किया और सभी प्रभारियों से उपस्थिति रजिस्टर दिखाने को कहा। इस बीच अलीगंज थाने की अतिरिक्त निरीक्षक और दो दरोगा ड्यूटी से गैरहाजिर मिले।

इसको लेकर एसएसपी ने जब प्रभारी निरीक्षक आनंद प्रकाश शुक्ल को डांटा तो वह मुस्कुरा दिये। ये देख एसएसपी का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने आनंद प्रकाश शुक्ला को वहीं लगभग 50 पुलिसवालों के सामने ही लाइनहाजिर कर दिया। एसएसपी की नाराजगी इस कदर थी कि उन्होंने प्रभारी निरीक्षक का सीयूजी नंबर और थाने की जीप अपने पास रखते हुए पैदल ही थाने तक जाने का निर्देश दे दिया। एसएसपी ने रिश्वत मांगने वाले सिपाही को भी लाइनहाजिर कर दिया।

गौरतलब है कि कानून व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए एसएसपी ने रात 12 बजे से 3 बजे तक नाईट चेकिंग के आदेश दे रखे है। इसी की पड़ताल के लिए वो स्वंय सड़कों पर निकले थे। उन्होंने जब अलीगंज चौकी के इंस्पेक्टर आनंद प्रकाश शुक्ला को कपूरथला चौराहे फ़ोर्स के साथ आने को कहा तो काफी देर वह बाद अकेले ही वहां पहुंचे। एसएसपी की पड़ताल वो गलत पाए उन्होंने थाने में इसकी सूचना तक नहीं दी थी। थाने की उपस्तिथि रजिस्टर चेक करने पर अतिरिक्त निरीक्षक चंद्रप्रकाश यादव, एसएसआई नंदकिशोर और उपनिरीक्षक मधुर सिंह ड्यूटी से नदारद मिले। नाराज एसएसपी ने तीनों के खिलाफ गैरहाजिर रपट लिखने के आदेश दिए।