UP Local Body Polls: उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव में जिस सीट की सबसे ज्यादा चर्चा थी। वो थी रामपुर नगर पालिका की सीट। इस सीट से सपा नेता आजम खान को तगड़ा झटका लगा। यहां आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी सना खानम ने बीजेपी प्रत्याशी मशरत मुजीब को करारी शिकस्त दी। वहीं सपा प्रत्याशी फात्मा जबीं तीसरे नंबर पर रहीं। जबकि रामपुर नगर पालिका सीट सपा नेता आजम खान का गढ़ मानी जाती है, लेकिन वक्त के पन्नों के साथ अब आजम खान का भी वो रुतबा नहीं रहा, जो किसी वक्त रामपुर में उनका होता है।
आम आदमी की प्रत्याशी थी सना खानम
इन सबसे अलग जो सबसे बड़ी बात है। वो यह है कि आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी सना खानम की जीत। सना खानम की जीत इसलिए भी काफी महत्वपूर्ण है कि पिछले एक महीने में उनकी किस्मत पूरी तरह से पलट गई है। 31 साल की सना खानम रामपुर के एक स्थानीय स्कूल में अंग्रेजी शिक्षक थीं। एक महीने पहले उनकी शादी आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता 45 साल के मामून शाह से हुई। जिसके बाद आम आदमी पार्टी ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया। सना खानम ने रामपुर नगर पालिक में जीत दर्ज करते हुए आजम खान के गढ़ में इतिहास रचा है।
सना खानम ने बीजेपी प्रत्याशी को हराया
सना को 43,121 वोट मिले। भाजपा उम्मीदवार मशरत मुजीब को 32,173 मत प्राप्त हुए। जबकि सपा प्रत्याशी फात्मा जबीं को जो इस लड़ाई में तीसरे नंबर पर रहीं उन्हें कुल 16,273 मतों पर ही संतोष करना पड़ा।
1 महीने के अंदर ऐसे बदली सना खानम की किस्मत
15 अप्रैल से 13 मई के बीच चुनाव से लेकर चुनाव परिणाम तक सना ने शादी के बाद राजनीति में प्रवेश किया। उन्होंने आम आदमी पार्टी का टिकट हासिल किया। नामांकन दाखिल किया और नगरपालिका का चुनाव जीतकर कई सारे मिथक तोड़ दिए। वहीं यह शादी सना के पति मामून के लिए भी किस्मत लेकर आई, जो पिछले 25 सालों से कांग्रेस के नेता थे। वो यूथ कांग्रेस में शामिल होकर नगर समिति तक पहुंचे, लेकिन स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने के लिए वो टिकट पाने में असफल रहे।
मामूम ने 15 अप्रैल को अपनी शादी से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इसके अगले दिन वो अपनी पत्नी के साथ आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। पूरे चुनाव प्रचार के दौरान स्थानीय लोगों ने सना खानम को नई नवेली दुल्हन (नवविहातिा) के रूप में जाना।
शादियां निश्चित रूप से स्वर्ग में तय होती हैं: सना खानम
‘द संडे एक्सप्रेस’ से बात करते हुए सना खानम ने कहा, ‘मुझे यह स्वीकार करने में कोई हिचकिचाहट नहीं है कि यह मामून साहब की जीत है, जो रामपुर में एक जाना माना चेहरा हैं। उन्होंने कहा कि मेरी जीत यह भी इशारा करती है कि रामपुर में बदलाव का समय आ गया है। सना आगे कहती है कि शादियां निश्चित रूप से स्वर्ग में तय होती हैं। वो उनके (मामून) के सहयोग से इस क्षेत्र का विकास करेंगी।”
बैंक मैनेजर की बेटी हैं सना खानम
सना खानम एक बैंक मैनेजर की बेटी हैं। उन्होंने रामपुर के गवर्नमेंट रज़ा कॉलेज से मनोविज्ञान में मास्टर की डिग्री हासिल की है। स्थानीय माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक बनने से पहले सना ने बीएड किया। वो कक्षा आठ के छात्रों को अंग्रेजी पढ़ाती थीं। वो कहती हैं कि उन्होंने कभी भी राजनीति में शामिल होने के बारे में नहीं सोचा था। अपनी शादी के बारे में बात करते हुए सना कहती हैं कि जब उनके परिवार को मामून से शादी का प्रस्ताव मिला था। इस शर्त के साथ कि उनकी बेटी को शादी के तुरंत बाद चुनाव लड़ना होगा।’
AAP प्रवक्ता ने दी यह जानकारी
कांग्रेस के पूर्व नेता फैजल खान लाला जो अब आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं और अब AAP के राज्य प्रवक्ता हैं। फैजल कहते हैं कि मामून शाह रामपुर में एक जाना-पहचाना चेहरा है। वो चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस से उम्मीद लगाए हुए थे, लेकिन यह सीट महिलाओं के लिए आरक्षित थी। इसलिए कुछ लोगों ने उन्हें शादी करके पत्नी को चुनाव मैदान में उतारने की सलाह दी। वह हमारे पास आए और पूछा कि अगर वह शादी करते हैं तो क्या आप हमारी पत्नी को मैदान में उतारेंगे। उनकी इस बात से हम भी सहमत हो गए।
फैजल आगे बताते हैं कि सना के माता-पिता शादी और उसके चुनाव लड़ने को लेकर सहमत हुए। मामूम और सना की शादी 15 अप्रैल को रात 10 बजे हुई। अगले दिन नवविवाहित जोड़ा हमारे ऑफिस आया और आप में शामिल हो गया।’