उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार कोरोना से लेकर क्राइम के मुद्दे पर निशाने पर है। इसी बीच, शुक्रवार (30 जुलाई, 2021) को पूर्व आईएएस अफसर सूर्य प्रताप सिंह ने जुबानी हमला बोला।

उन्होंने ट्वीट किया, “लखनऊ में महीनों से हजारों बेरोजगार युवा/युवतियां आंदोलन कर रहे हैं। धूप, बरसात में इको-पार्क में अपना घर बाहर छोड़कर पड़ें हैं। सरकार या तो उनकी बात सुने या फिर जेल में ठूंस दे। कभी दरोगा मां-बहन की गाली देता है, कभी पुलिस लाठी बरसाती है। क्या यूपी में अपना हक मांगना अपराध है?”

सिंह की टिप्पणी पर फैंस, फॉलोअर्स और अन्य सोशल मीडिया यूजर्स ने भी प्रतिक्रियाएं दीं। @Shubham97027960 के हैंडल से कहा गया, “अंधेरी नगरी चौपट राजा, दिन में लाठी रात मे गांजा, देखना हो तो राजा यूपी में आजा।” @AsifRnSocialist ने कहा, “जी हां, यूपी में राम राज है। राम राज मे हक मांगना अपराध है। राम जी जो भाग्य में दें, वो लीजिए चुपचाप वरना गूंगे बने रहिए।”

@ABHILASHYADAVSP ने लिखा, “अपना हक मांगने पर संघी हुक्मरान पुलिस के बल पर लठ चलवाते हैं। युवा बेरोजगार 2022 (विस चुनाव) में माफ न करेगा।” @RaviSis48297494 ने कहा, “योगी जानते हैं कि वोट तो धर्म के नाम पर मिलेंगे। युवा और बेरोजगार जैसे मुद्दे भाड़ में जाएं।”

इतना ही नहीं, पूर्व आईएएस अफसर ने शनिवार को किए एक ट्वीट में यूपी सरकार पर कटाक्ष किया। एक पत्रिका का वीडियो शूट कर उसमें प्रकाशित प्रदेश सरकार के विज्ञापनों को लेकर उन्होंने लिखा- ये एक इश्तिहारी राजा का “झूठ चौबीसा तो नहीं?”

बता दें कि सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और बीजेपी के कड़े आलोचक हैं। समय दर समय वह विभिन्न मुद्दों पर सरकार की नीतियों और फैसलों को लेकर अपनी राय जाहिर करते रहे हैं।