आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव के नतीजे आने के एक दिन बाद ही बसपा प्रत्याशी पर कार्रवाई हुई है। बता दें कि 27 जून को यूपी के फर्रुखाबाद में बसपा नेता अनुपम दुबे का ठंडी सड़क स्थित गुरु शरणम पैलेस होटल को प्रशासन ने कुर्क कर लिया। ध्यान देने वाली बात यह भी है कि बीते लोकसभा उपचुनाव को लेकर सपा ने आरोप लगाया है कि बसपा की वजह से भाजपा के प्रत्याशी की जीत हुई है। हालांकि चुनाव नतीजे आने के बाद ही बसपा नेता की संपत्ति कुर्क की गई है।

बता दें कि फर्रुखाबाद में प्रशासन ने अनुपम दुबे के 4.5 करोड़ के आलीशान होटल में ताले लगाकर सील कर दिया है। कार्रवाई के दौरान पूरा इलाका पुलिस छावनी तब्दील रहा। गौरतलब है कि बसपा नेता अनुपम दुबे फतेहगढ के कसरट्टा मोहल्ला निवासी हैं और वो मैनपुरी की जेल में इंस्पेक्टर रामनिवास यादव और ठेकेदार शमीम की हत्या के आरोप में बंद है। उनके ऊपर रासुका, गैंगस्टर समेत 45 मुकदमे दर्ज हैं।

आरोप है कि बसपा नेता ने अवैध तरीके से खूब पैसा और संपत्ति बनाई है। वहीं प्रशासन की कार्रवाई के दौरान अनुपम दुबे की पत्नी मीनाक्षी दुबे भी मौके पर पहुंची और विरोध दर्ज कराने लगी। मीनाक्षी दुबे ने कहा कि होटल पर एसबीआई का लोन है, इस कुर्क कैसे किया जा रहा है। अगर संपत्ति कुर्क हुई तो इसकी किस्त कैसे जमा होगी।

हालांकि उनकी एक भी दलील प्रशासन के सामने न चली। पुलिस ने होटल में लगे कैमरे और डीवीआर को कब्जे में लिया जिसका मीनाक्षी के वकीलों ने विरोध किया। चार घंटे तक चली इस कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी हुई है। तहसीलदार श्रद्धा पांडेय ने बताया कि होटल को गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत कुर्क किया गया है। जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर यह कार्रवाई हुई है।

गौरतलब है कि यूपी में योगी सरकार आने के बाद अवैध संपत्तियों पर तेजी से कार्रवाई हुई है। ऐसे में कई अपराधियों व भूमाफियों पर कुर्की के साथ बुलडोजर भी चला है। कहा जा रहा है कि अनुपम दुबे भी अपनी सियासी रुतबे के साथ अपनी संपत्ति बढ़ाने में लगे थे लेकिन योगी सरकार की उनपर नजर पड़ने के साथ ही अब कार्रवाई जारी है।