उत्तर प्रदेश में आज (27 फरवरी) पांचवें चरण के लिए वोट डाले जा रहे हैं। छठे और सातवें चरण के लिए चुनाव प्रचार भी जारी है। उत्तर प्रदेश चुनाव में योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव की दिनचर्या को लेकर भी काफी चर्चाएं रहती हैं। योगी आदित्यनाथ के बारे में चर्चा चलती रहती है कि वो सुबह भोर में ही उठ जाते हैं और पूजा-पाठ से दिन की शुरुआत करते हैं। जबकि अखिलेश के बारे में कहा जाता है कि वह योगी की अपेक्षा लेट उठते हैं।

योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव के बीच मुकाबला डेविड बनाम गोलियत की लड़ाई है। योगी आदित्यनाथ को केंद्रीय मंत्रियों और उनकी ओर से पीएम के प्रचार करने सहित भाजपा के कई शीर्ष नेताओं का फायदा है। योगी खुद पिछले तीन साल से प्रचार मोड में हैं। जल्दी उठने वाले योगी आदित्यनाथ अपने दिन की शुरुआत सुबह 4 बजे पूजा के साथ करते हैं। सुबह 6.30 बजे से अधिकारियों के साथ बैठक करते हैं और सुबह 9.30 बजे से रैलियों में हिस्सा लेते हैं। योगी आदित्यनाथ रात 9 बजे ही प्रचार से संबंधित काम समाप्त कर लेेते हैं। इसके बाद काम से संबंधित बैठकें करतें हैं।

अखिलेश की राजनीति और पूजा के अलावा और भी रुचियां हैं। वह एक पारिवारिक व्यक्ति, बैडमिंटन, फुटबॉल और यहां तक ​​कि टेनिस खेलनेे के शौकीन व्यक्ति हैं। लेकिन पिछले दो महीनों में उन्होंने खुद को पूरी तरह से प्रचार अभियान के लिए समर्पित कर दिया है। भीड़ उत्साहित है लेकिन उन्हें अभी भी बहुत कुछ करना है। वह अकेले ही प्रचार कर रहे हैं।

आमतौर पर अच्छे स्वभाव वाले अखिलेश मीडिया के प्रति अधिक जुझारू होते जा रहे हैं। दोनों राजनेताओं में से किसी में भी प्रियंका गांधी के जैैसी आसान क्षमता नहीं है, जो उन्हें इंदिरा गांधी से विरासत में मिली है। एक के बाद एक लोगों के साथ बातचीत करने के लिए, वोट नहीं तो दिल जीतने की। रालोद के जयंत चौधरी अपने दिवंगत पिता अजीत सिंह की तुलना में अधिक प्रभावी प्रचारक बन रहे हैं और जाटों के बीच उन्होंने बहुत अनुकूल प्रभाव डाला है।

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 7 चरणों में हो रहे हैं। छठे और सातवें चरण के लिए क्रमशः 3 मार्च और 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे, जबकि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे।