यूपी में चुनाव तो खत्म हो गए हैं ,लेकिन चुनाव की चर्चा अभी भी जारी है। चुनाव के दौरान कई बार राजनीतिक दलों के समर्थकों के बीच शर्त भी लग जाती है। हालांकि हम कई बार सुनते हैं कि समर्थकों ने अपने वादे को नहीं निभाया और शर्त के दौरान किए गए वादों से मुकर गए। एक समाजवादी पार्टी के समर्थक ने चुनाव को लेकर शर्त लगाई थी। शर्त हारने के बाद उन्होंने अपने वादे को भी निभाया।
दरअसल बांदा जिले के एक समाजवादी पार्टी के समर्थक ने अपने दोस्त से शर्त लगाई कि समाजवादी पार्टी चुनाव जीतेगी। जबकि उनके दोस्त ने कहा कि बीजेपी चुनाव जीतेगी। दोनों के बीच इसी बात को लेकर शर्त लग गई और सपा समर्थक ने कहा कि यदि वह शर्त हारेगा तो वह अपनी मोटरसाइकिल दे देगा। जबकि उसके दोस्त ने कहा कि यदि वह शर्त हारता है तो वो अपनी ऑटो सपा समर्थक को दे देगा। इस शर्त को लेकर स्टांप पेपर पर लिखा-पढ़ी भी हो गई।
चुनाव के नतीजे आए और चुनाव में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिला ,जिसके बाद सपा समर्थक शर्त हार गया। शर्त हारने के बाद सपा समर्थक ने अपनी मोटरसाइकिल अपने दोस्त को दे दी। बता दें कि सपा समर्थक अवधेश कुशवाहा बिजली का काम करतें हैं और बाइक शर्त में हारने के बाद उनका काम ठप हो गया था, जिससे वो परेशान थें।
इस घटना के बारे में जब सपा मुखिया अखिलेश यादव को पता चला तो उन्होंने समाजवादी पार्टी के समर्थक अवधेश कुशवाहा को लखनऊ बुलाया और उनसे मुलाकात की। इस दौरान अखिलेश यादव ने अवधेश कुशवाहा को एक लाख का चेक दिया और उनसे आग्रह किया कि आगे से वे ऐसी शर्त ना लगाएं।
सपा मुखिया अखिलेश यादव के हाथों एक लाख का चेक पाकर अवधेश कुशवाहा काफी प्रसन्न हैं और उन्होंने संकल्प लिया है कि आगे से वह ऐसी शर्त नहीं लगाएंगे। अवधेश कुशवाहा ने यह भी कहा कि जितने कि मेरी बाइक थी, उससे अधिक रुपए मुझे मिलें हैं। बता दें की यूपी चुनाव में बीजेपी गठबंधन को 273 सीटों पर जीत मिली है। जबकि सपा गठबंधन को 125 सीटों पर जीत मिली है।