उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के एकौना गांव में ‘राम बारात’ के दौरान राम और लक्ष्मण का किरदार निभा रहे कलाकारों पर हमला करने के संबंध में चार संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया और लापरवाही बरतने के आरोप में दो अधिकारियों को लाइन हाजिर कर दिया गया। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने बताया कि कुछ युवकों ने पुराने विवाद की वजह से आदर्श पांडे (राम) और शिवमंगल पांडे (लक्ष्मण) के साथ-साथ समिति के अध्यक्ष अतुल पांडे और चार अन्य लोगों पर हमला किया।

उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार शाम हुई इस घटना में कई लोग घायल हो गए और बाद में हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो गया। स्थानीय लोगों ने हमले के बाद पुलिस की निष्क्रियता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार पांडे सहित वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा भीड़ को शांत कराया।

पुलिसकर्मियों की मौजूदगी नहीं होने के कारण हुई झड़प

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रथम दृष्टया स्थानीय पुलिस की लापरवाही सामने आने के बाद थाना प्रभारी उमेश बाजपेयी और उपनिरीक्षक शिवबचन को पुलिस लाइन भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि चार संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। पुलिस के अनुसार, यह हमला दो दिन पहले एक स्थानीय मेले के दौरान हुए झगड़े के बाद किया गया।

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पुलिस ने बताया कि दो दिन पहले रामलीला समिति के सदस्यों ने कुछ युवकों द्वारा दुर्व्यवहार किये जाने पर आपत्ति जताते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस के मुताबिक राम बारात के दौरान पुलिसकर्मियों की मौजूदगी नहीं होने के कारण फिर से झड़प हो गई। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है।