उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों की इस महीने की और जनवरी महीने की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। माना जा रहा है कि कोरोना टीकाकरण अभियान को ध्यान में रखते हुए ये छुट्टियां रद्द की गई हैं। चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण महानिदेशक कार्यालय से जारी आदेश में कहा गया है कि इस महीने और अगले महीने राज्य में कोरोना टीकाकरण किया जाना है जिसके मद्देनजर सभी स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टियां रद्द की जाती हैं। इसमें नियमित और संविदाकर्मी सभी तरह के स्वास्थ्यकर्मी शामिल रहेंगे। जो अधिकारी या कर्मचारी छुट्टी पर गए हैं उन्हें भी जल्द से जल्द ड्यूटी जॉइन करने के आदेश दिए गए हैं।
बता दें कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने इससे पहले घोषणा की थी कि कोरोना वैक्सीनेशन के लिए तमाम तैयारियों को अंजाम दिया जा रहा है। कोरोना वैक्सीन को स्टोर किए जाने के साथ साथ किन-किन लोगों को इसे लगाया जाना है सबकी तैयारी की जा रही है। स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना टीकाकरण से जुड़े अभियान के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। ये स्वास्थ्यकर्मी जिला स्तर पर जाकर दूसरे कर्मियों को प्रशिक्षित करेंगे।
सबसे पहले राज्य में कार्यरत स्वास्थ्यकर्मियों का कोरोना टीकाकरण किया जाएगा। इसके बाद जो लोग कोरोना के प्रति अतिसंवेदनशील हैं उन्हें टीका लगाया जाएगा। राज्य में कोरोना के टीके की जरूरत और वैक्सीन की उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए ही टीकाकरण अभियान पूरा किया जाएगा।
माना जा रहा है कि सरकार का लक्ष्य राज्य में पहले चरण में 4 करोड़ के आस-पास लोगों को टीका लगाने का है। आंकड़ों के मुताबिक राज्य की आधी आबादी 50 साल से ऊपर की है इसलिए बड़ी आबादी कोरोना के प्रति अतिसंवेदनशील है। केंद्र सरकार की ओर से भी राज्य की आबादी को देखते हुए वैक्सीन की बड़ी खेप यूपी के हिस्से में ही आएगी।
राज्य में कोरोना संक्रमण की बात की जाए तो यहां अभी तक 5 लाख 66 हजार 7 सौ से ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं। अब तक यहां 8 हजार से ज्यादा की मौत कोरोना संक्रमण के चलते हुई है। अभी तक उत्तर प्रदेश में 5 लाख 39 हजार से ज्यादा लोग कोरोना को हरा चुके हैं। वर्तमान में राज्य में 18 हजार 918 कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है।