यूपी पुलिस ने रविवार को धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने का अभियान चलाया। अधिकारियों ने बताया कि यह लाउडस्पीकर हटाने के लिए चल रहे अभियान का हिस्सा है। यह अभियान कुछ शिकायतों के बाद शुरू किया गया है जिनमें कहा गया कि कुछ धार्मिक स्थलों पर तेज आवाज वाले लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए यह कदम उठाया और आगे भी ऐसी कार्रवाई जारी रखने की बात कही है।
डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “सुप्रीम कोर्ट के निर्देश हैं कि धार्मिक स्थलों पर केवल सीमित डेसिबल लिमिट तक ही लाउडस्पीकर बजाए जा सकते हैं। शिकायतें आ रही थीं कि धार्मिक स्थलों पर हाई डेसिबल वाले लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। पूरे लखनऊ में एक अभियान चलाया गया है । हमारी टीमें अलग-अलग जगहों पर जाकर उच्च सीमा तक इस्तेमाल किए जा रहे लाउडस्पीकरों को हटा रही हैं। नियमों के बारे में जागरूकता फैलाई जा रही है और कई जगहों पर लोग खुद ही इन्हें हटा रहे हैं।”
तेज लाउडस्पीकर चलाने पर पुलिस की कार्रवाई
डीसीपी ने बताया कि किसी धार्मिक स्थल और आयोजनों में निर्धारित ध्वनि सीमा (55 डेसिबल) से अधिक आवाज से तेज लाउडस्पीकर चलाने पर पुलिस की ओर से कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा पुलिस प्रशासन ने बिना अनुमित लगाए गए लाउडस्पीकरों को हटाने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अनुमति प्राप्त स्थलों पर भी केवल सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक ही लाउडस्पीकर बजाने की अनुमति होगी, जिससे आमजन को किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़े।
धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए जाएंगे
UP सरकार के आदेश पर मंदिरों, मस्जिदों, गुरुद्वारों के साथ सभी धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए जाएंगे। पुलिसकर्मियों ने मस्जिदों के इमामों और मंदिरों के पुजारियों को समझाया कि तेज आवाज वाले लाउडस्पीकर का इस्तेमाल गैर कानूनी है, इसे उतार लें। यह कार्रवाई ध्वनि प्रदूषण को रोकने और निर्धारित सीमा का पालन करवाने के लिए की गई।
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