नमाज मस्जिद में पढ़ी जाती है पर देखा जा रहा है कि पिछली सरकारों के लचर रवैये के चलते नोएडा के पार्क में नमाज पढ़ी जाने लगी। जो पूरी तरह से कानून का उल्लंघन है और इसी के चलते उसमें रोक लगायी गयी है। यही नहीं देश के किसी भी सार्वजनिक स्थल पर नमाज नहीं पढ़ी जा सकती और इस पर कोर्ट व प्रशासनिक अधिकारी अपना काम कर रहे हैं। जिसको अनावश्यक तूल नहीं देना चाहिये। यह बातें रविवार को कानपुर आये प्रदेश सरकार के गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि नोएडा के जिस पार्क में नमाज पढ़ने को लेकर चर्चा का केन्द्र बनाया जा रहा है वहां पर पहले कभी नमाज नहीं पढ़ी जाती थी। लेकिन पिछली सरकारों का जो रवैया रहा उसके चलते वहां पर धीरे-धीरे कुछ लोग नमाज पढ़ने लगे और उसी को बाद में राजनीतिक रंग देने का प्रयास किया गया। जो पूरी तरह से गलत था और प्रशासनिक अधिकारियों ने अपना काम किया है।
मंत्री ने कहा कि जहां भी कोई कानून व्यवस्था का उल्लंघन करेगा वो गलत है। चाहे सड़क हो या पार्क उनका इस्तेमाल दूसरा है। वहां से लगातार इस तरह शिकायतें आ रही थी। अगर सार्वजनिक स्थानों को लेकर इस तरह की शिकायते लोगों द्वारा की जा रही थी उसको रोकने के लिए प्रशाशन ने जो पहल की वो अच्छी बात रही। पार्को में आरआरएसएस की लगाई जा रही शाखाओं पर सुरेश राणा से सवाल किया गया तो वह बैक फुट पर आते हुए बोले राष्ट्रीय स्वयं सेवक की देश में एक बेहतरीन भूमिका है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक के लोग चाहे भूकंप के क्षेत्र में हो, आदिवासी क्षेत्र हो या शिक्षा का क्षेत्र हो हर जगह देश हित में काम कर रहा है। इसी के चलते देश की नेशनल परेड में संघ के कार्यकर्ताओं को शामिल किया गया था, क्योंकि इनकी भूमिका राष्ट्र निर्माण के क्षेत्र में रही है। राष्ट्र निर्माण में जो संगठन काम कर रहा हो वो समाज हित और राष्ट्र हित में है। इसलिए आरएसएस राष्ट्र के हित में काम करने वाला संगठन है और इसको नमाज से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिये।
किसानों की कर्ज माफ़ी पर जब मंत्री से सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने किसानों को अपने एजेंडे में शामिल किया है। विपक्षी पार्टियां बड़े-बड़े वादे करती थी भाषण देती थी लेकिन एमएसबी के विषय पर केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्णय लिया। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री द्वारा किसानों का 38 हजार करोड़ रूपया माफ किया गया। जब से प्रदेश में बीजेपी सरकार सत्ता में आयी है तब से धान खरीद, गन्ना खरीद व गेंहू खरीद का काम किया गया। गन्ना किसानों का अब तक 44 हजार करोड़ रूपया का भुगतान किया जा चुका है। यह आजादी के बाद से सबसे बड़ा भुगतान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करनी है। जिसको उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पंख लगाए हैं और लगातार किसानों के हित में सरकार ने फैसले किये हैं।
बुलंदशहर की घटना दुर्भाग्यपूर्ण
बुलंदशहर में पुलिस पर हमला और इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या करने के मामले में मंत्री ने कहा कि इस तरह की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। इसको सरकार कतई बर्दाश्त करने को तैयार नहीं है और आरोपियों की लगातार गिरफ्तारियां हो रही हैं। आगे कहा कि पिछले पंद्रह साल से उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी थी। जिसको सही करने में समय लग रहा है फिर भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बहुत तेजी से कंट्रोल किया है। उसी का परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश में जंहा कोई निवेश करने को तैयार नहीं होता था लेकिन अब पांच लाख करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव आये है और साठ हजार करोड़ रुपये के निवेश की ग्राउंड सेरेमनी हो चुकी है। जिस तरह से उत्तर प्रदेश में निवेश हो रहा है उसका बेहतर परिणाम आने वाले दिनों में दिखेगा और रोजगार की समस्या खत्म हो जाएगी।
भाजपा की होगी वापसी
गन्ना विकास मंत्री से जब पूछा गया कि तीन राज्यों में भाजपा की हार हो चुकी है और उत्तर प्रदेश में भी सपा और बसपा का गठबंधन होने जा रहा है, ऐसे में भाजपा कैसे सत्ता में वापसी करेगी। इस पर मंत्री ने कहा कि तीन प्रदेशों में हार की समीक्षा हो रही है और जहां तक रही बात सपा और बसपा के गठबंधन की तो हम इससे कतई चिंतित नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सबाका साथ सबका विकास का रास्ता अपनाया है। भाजपा विकास के दम पर ही सत्ता में वापसी करने जा रही है और हाल ही में कमल संदेश पद यात्रा में जनता का भी फीडबैक यही आया है कि विकास पर ही मतदान करने जा रही है।