योगी सरकार की पहली बार कैबिनेट बैठक अयोध्या में होने वाली है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने मंत्रिमंडल के साथ गुरुवार को श्रीरामकथा संग्राहलय के सभागार में पहुंचेंगे। वह मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ हनुमानगढ़ी में दर्शन पूजन करेंगे। वहीं से श्री राम जन्मभूमि परिसर का पूजन एवं श्री राम लला विराजमान मंदिर में पूजा आदि करेंगे। अयोध्या में कैबिनेट बैठक को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जानी है। बता दें कि इससे पहले 2019 के कुंभ से पहले भी प्रयागराज में कैबिनेट बैठक हुई थी।
आज ही के दिन सुप्रीम कोर्ट ने सुनया था फैसला
कैबिनेट बैठक के लिए 9 नवंबर का दिन काफी अहम है। 2019 में आज ही के दिन सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले में अपना एतिहासिक फैसला सुनाया था। इसके अलावा 9 नवंबर 1989 को विश्व हिंदू परिषद ने अयोध्या में राम मंदिर की पहली आधारशिला रखी थी।
इन प्रस्तावों पर लग सकती है मुहर
अयोध्या में आज होने वाली कैबिनेट बैठक में कई अहम प्रस्तावों पर मुहर लग सकती है। सूत्रों का कहना है कि आज होने वाली बैठक में अयोध्या तीर्थ विकास परिषद, देवीपाटन धाम तीर्थ विकास परिषद और मुजफ्फरनगर के शुक्रताल धाम तीर्थ विकास परिषद के गठन को हरी झंडी दी जा सकती है। बता दें कि इन तीनों की विकास परिषद में मुख्यमंत्री अध्यक्ष बनाए जाएंगे। इसके अलावा उत्तर प्रदेश अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण का गठन भी किया जा सकता है।
क्या रहेगा कार्यक्रम
सीएम योगी मंत्रिमंडल के साथ सुबह 11 बजे अयोध्या पहुंचेंगे। रामकथा पार्क के हेलीपैड पर उनका हेलीकॉप्टर उतरेगा। लगभग चार घंटे वह रामनगरी में रहेंगे। मुख्यमंत्री अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ हनुमानगढ़ी का दर्शन पूजन करने के बाद निर्माणाधीन राम जन्मभूमि मंदिर का अवलोकन एवं अस्थायी गर्भगृह में विराजमान रामलला का दर्शन-पूजन करने जाएंगे। इसके बाद 12 बजे से अंतरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय में मंत्रिपरिषद की बैठक करेंगे।