UP Cabinet: उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए एक नए लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि बुनियादी ढांचे के विकास को गति देने के लिए आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से गंगा एक्सप्रेसवे तक लिंक एक्सप्रेसवे (ग्रीनफील्ड) के निर्माण को मंजूरी दी गई है।
मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि यह 90 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे इटावा से शुरू होकर फर्रुखाबाद के रास्ते हरदोई में गंगा एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा। उन्होंने बताया कि परियोजना की अनुमानित लागत 7488.74 करोड़ रुपये है।
लिंक एक्सप्रेस के निर्माण कार्य 548 दिनों में पूरा करने का लक्ष्य है, और निर्माण करने वाली संस्था को 5 वर्ष तक रखरखाव की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। यह परियोजना यातायात को सुगम बनाएगी और आर्थिक विकास को बढ़ावा देगी।
छह लेन का फील्ड नियंत्रित यह एक्सप्रेसवे इटावा के ताखा में स्थित कुदरैल गांव से शुरू होकर फर्रुखाबाद होते हुए हरदोई के सवाइजपुर तक जाएगा। साथ ही आगरा-लखनऊ और गंगा एक्सप्रेसवे को आपस में जोड़ेगा। जरूरत पड़ने पर इसे आठ लेन में विकसित किया जा सकेगा।
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इसके निर्माण के बाद मेरठ, प्रगायराज के रास्ते आने वाले लोगों के लिए आगरा और राजस्थान का सफर आसान होगा। साथ ही फर्रुखाबाद में स्थित बाबा नीम करौरी धाम और विश्व प्रसिद्ध बौद्ध तीर्थ स्थल संकिसा तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को कठिनाई नहीं होगी।
फर्रुखाबाद के लोगों ने सीएम योगी से की थी मांग
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फर्रुखाबाद के लोगों ने गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण के दौरान इस लिंक एक्सप्रेसवे की मांग की थी। ग्रामीणों की सुविधा के लिए एक्सप्रेसवे के किनारे 3.75 मीटर चौड़ी सर्विस लेन का भी निर्माण किया जाएगा। इस लिंक एक्सप्रेसवे पर चार दीर्घ सेतु, 25 लघु सेतु, दो रेलवे ओवर ब्रिज, एक फ्लाई ओवर व 65 अंडरपास बनाए जाएंगे।
इन जिलों के लोगों को होगा फायदा
लिंक एक्सप्रेस वे का निर्माण पूरा होने के बाद इटावा, कन्नौज, मैनपुरी, फर्रुखाबाद व शाहजहांपुर के लोगों सबसे ज्यादा लाभ होगा। साथ ही जरदोजी के कार्य के लिए प्रसिद्ध फर्रुखाबाद और संबंधित जिलों के व्यापार को गति मिलेगी।
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