उत्तर प्रदेश के उन्नाव में बुधवार शाम को दो, 13 वर्षीया और 16 वर्षीया, दलित लड़कियों के शव उनके खेत से बरामद किए गए। साथ ही साथ मौके पर एक 17 साल की लड़की बेहोश हालत में मिली जिसकी हालत फिलहाल गंभीर बताई जा रही है। 17 वर्षीया और 16 वर्षीया दोनों लड़कियां बहनें हैं। जबकि सबसे छोटी लड़की उनकी रिश्तेदार है। पुलिस को शक है कि यह जहर देने का मामला है क्योंकि मौके से किसी भी तरह की जोर जबरदस्ती करने या हिंसा का कोई सबूत नहीं मिला है और ना ही लड़कियों के शरीर पर किसी तरह की चोट के निशान हैं।
लड़कियों के भाई का दावा है कि जब उन्होंने खेत में लड़कियों को देखा तो उनके हाथ-पांव बंधे हुए थे। जैसे ही दोनों छोटी लड़कियों को अस्पताल लाया गया। उन्हें मृत घोषित कर दिया गया और 17 वर्षीय लड़की की स्थिति अभी भी गंभीर है।
पत्रकारों से बात करते हुए लड़की के भाई ने बताया, ”लड़कियां खेत में घास इकट्ठा करने गई हुई थीं और उनको लौटने में देर हो गई। जिसके बाद हम लोग वहां पहुंचे हमने देखा कि उन्हें चुन्नी से बांधा हुआ था।”
लखनऊ रेंज के आईजी लक्ष्मी सिंह ने कहा, ”अभी इस बात की पुष्टि नहीं की जा सकती है कि लड़कियां बंधी हुईं थीं या नहीं। लड़कियों के भाई ने बयान दिया है। हम कुछ नहीं कह सकते क्योंकि पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले ही शवों को हटा दिया गया था।”
यूपी के एडीजी (लॉ एंड आर्डर) प्रशांत कुमार ने कहा कि बुधवार को लड़कियां अपने घर से चली थीं। शाम को लड़कियों के घर वालों ने उनको इस हालत में पाया। उन्नाव के एसपी सुरेश राव ए कुलकर्णी ने कहा कि असोहा पुलिस थाने के अंतर्गत ये मामला सामने आया है। तीन लड़कियां अपने खेत में बेहोश पाई गई। बाद में उनको अस्पताल भेजा गया।
मामले में यह जानकारी सामने आई है कि लड़कियां चारा लेने के लिए अपने खेत में आई थी और जब लड़कियों के घर वालों ने उनकी तलाश करनी शुरू की तो उनको खेत में पाया। उस समय लड़कियों के मुंह से कुछ सफेद रंग की चीज निकल रही थी।
डॉक्टरों ने भी कहा कि ये लड़कियों को जहर देने का मामला हो सकता है। सभी लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और एक गहन जांच की जा रही है। पुलिस ने कहा कि जरूरी कदम उठाए जाएंगे। हिंसा के कोई सबूत नहीं मिले हैं।