उत्तर प्रदेश में झांसी के बबीना कैंट फील्ड फायरिंग रेंज में युद्ध अभ्यास के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया। इस दौरान यहां गोला फटने से दो सैनिकों की मौत हो गई और एक सैनिक घायल हो गया। घायल सैनिक को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल और मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है।
अभ्यास के दौरान टैंक का बैरल फटने से धमाका हुआ। जिसमें मौके पर ही सेना के दो जवानों की मौत हो गई और एक जवान गंभीर रूप से घायल है। फायरिंग रेंज में युद्ध अभ्यास के दौरान टैक की बैरल फट गयी। घटना के दौरान टैंक बबीना फील्ड फायरिंग रेंज के प्वाइंट नंबर 6 A पर तैनात था। जैसे ही टैंक में गोला लोड किया गया बैरल फट गई। सेना के अफसर फिलहाल मामले की जांच-पड़ताल में जुटे हैं।
सेना के दो जवानों की मौत: इस हादसे में पश्चिम बंगाल निवासी नायब सूबेदार सुमेर सिंह बगरिया, सुकांता मंडल और टैंक ड्राइवर संत कबीर नगर निवासी प्रदीप सिंह यादव गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तुरंत बबीना मिलिट्री अस्पताल ले जाया गया। हादसे में सेना के जवान सुमेर सिंह और सुकांता मंडल का निधन हो गया , वहीं, टैंक ड्राइवर प्रदीप यादव गंभीर रूप से घायल हैं और उनका इलाज जारी है। उन्हें उपचार के लिए आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
टैंक में आग लगने से धमाका: हादसा गुरुवार रात बबीना की फायरिंग रेंज में नाइट फायरिंग अभ्यास के दौरान हुआ। फायरिंग के दौरान एक गोला टैंक T-90 के बैरल में फंस गया, जिससे टैंक में आग लग गई। टैंक में आग लगने के कारण धमाके के साथ गोला फट गया। उपचार के लिए आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके साथ ही इस बड़े हादसे के कारणों की जांच भी शुरू कर दी गई है। अभ्यास करने वाले सैनिक 55 आर्मड रेजीमेंट के हैं।
झांसी की बबीना रेंज फायरिंग में ब्रिटिश शासनकाल के दौरान यहां कैंटोनमेंट एरिया बनाया गया था। उस समय यह ब्रिटिश आर्मी के बेस की तरह काम करती थी। वहीं, अब यह एशिया में सबसे बड़े सैन्य ठिकाने के तौर पर तब्दील हो गई है, जो 2749 एकड़ क्षेत्र में फैली है।