Man Declared Dead: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में प्रशासनिक लापरवाही के चलते एक बुजुर्ग को दर-दर की ठोकरे खानी पड़ रही हैं। 70 साल के यह बुजुर्ग खुद को जिंदा साबित करने के लिए अधिकारियों के चक्‍कर लगा रहे हैं। उन्‍हें कागजों में मृत घोषित कर दिया गया, जिसके चलते उनकी पेंशन रोक दी गई है। पेंशन बहाल कराने के लिए वह अधिकारियों के चक्‍कर काट रहे हैं लेकिन, कहीं से उन्‍हें कोई सहायता नहीं मिल रही है।

मामला शाहजहांपुर के तिलहर तहसील का है। यहां के ग्राम फतेहपुर निवासी ओम प्रकाश को सरकारी कागजों में अफसरों ने एक साल पहले मरा हुआ घोषित दिया। समाज कल्याण विभाग ने मृत मानकर उनकी वृद्धावस्था पेंशन रोक दी। यहां तक कि उनके बैंक खाते को भी होल्ड कर दिया गया।

दस्तावेजों पर मृत घोषित कर दिया गया: पेंशन न आने पर ओमप्रकाश जब अधिकारियों के पास पहुंचे तो पता चला कि उन्‍हें मृत घोषित कर दिया गया है। वह करीब एक साल से बैंक और समाज कल्याण विभाग के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन, कोई राहत नहीं मिली है। ओमप्रकाश एसडीएम समेत कई उच्च अधिकारियों को भी अपने जिंदा होने का प्रार्थना पत्र दे चुके हैं। अधिकारियों को भेजे अपने पत्र में उन्होंने कहा है कि वह जिंदा हैं, लेकिन उन्हें कोई मदद नहीं मिली।

बैंक अकाउंट होल्ड कर दिया गया: ओमप्रकाश ने बताया कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण उनका बैंक खाता होल्ड कर दिया गया है। खाते का रुपया तक नहीं निकाल पा रहा हूं। कागजों में मृत ओमप्रकाश जिंदा होने का प्रमाण दे रहे हैं। वह अधिकारियों के दफ्तरों में पिछले एक साल से जा रहे हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है।

ओमप्रकाश ने बताया कि अधिकारी कागजों पर ही भरोसा कर रहे हैं। वह सामने खड़े होकर जिंदा होने का सबूत दे रहे हैं, लेकिन कोई मानने को तैयार नहीं है। समाज कल्याण अधिकारी समेत कई अफसर उनकी बात सुनने के बजाय उन्हें चलता कर दे रहे हैं जिससे वह काफी परेशान हो चुके हैं।

जीते जी अधिकारियों ने मार डाला: ओमप्रकाश का कहना है कि अधिकारियों ने तो हमें जीते जी मार डाला, अब ना तो कोई आर्थिक मदद आ रही है और ना ही बैंक से मेरा पैसा निकल रहा है। जिसके चलते खेत की सिंचाई नहीं कर सके और गन्ने की फसल सूख रही है।