प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंगलवार रात 500 और 1000 के नोटों पर रोक लगाने के बाद से ही नोएडा के अस्पतालों में मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि ये अस्पताल 500 और 1000 रूपये के पुराने नोट स्वीकार नहीं कर रहे हैं। इन अस्पतालों में केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा का कैलाश अस्पताल भी शामिल है। मोदी ने अपने भाषण में साफ कहा था कि हॉस्पिटल, पेट्रोल पम्प और रेलवे जैसे संस्थान में अभी भी 500 और 1000 के नोट चलेंगें लेकिन नौएडा में कैलाश अस्पताल व जेपी अस्पताल और शहर के अन्य सभी निजी अस्पताल 500 व 1000 का नोट नहीं ले रहे हैं । इस वजह से मरीजों के परिजन जगह-जगह हंगामा कर रहे हैं।

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बता दें, प्रधानमंत्री के 500 और 1000 के नोट बंद करने की घोषणा के बाद लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। बुधवार को उत्तराकंड से एक खबर आई थी कि एक प्राइवेट अस्पताल ने एक महिला मरीज को इसलिए डिस्चार्ज नहीं किया, क्योंकि उसके परिजनों के पास 100-100 रुपए के नोट नहीं थे। इसके बाद अस्पताल में हंगामा हो गया और पुलिस ने दखल देकर मामला सुलझाया। वहीं 100 रुपए के नोट नहीं होने पर मध्यप्रदेश में भी एक में भी एक बुजुर्ग महिला का अंतिम संस्कार नहीं हो पाया। बिहार से भी एक खबर आई थी। बिहार में एक शव के लिए कफन नहीं मिला। क्योंकि जो कफन खरीदने बाजार गया था, उसके बाद केवल 500 रुपए के नोट थे। ऐसी बहुत ही घटनाएं देखने को मिली हैं। गुरुवार को जैसे ही बैंक खुले, लोग अपने नोट बदलवाने के लिए बैंकों में उमड़ पड़े। पूरे देश में बैंकों में लोगों की भीड़ देखी जा सकती है।

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