भारत में गाय को माता का दर्जा मिला हुआ है। हिंदू धर्म परंपरा में गौपूजा हमेशा से होती रही है। हर शुभ काम में गौ-पूजन, गौदान और गौ-पालन संकल्प लेने का विधान है। केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला गायों के भक्त हैं और गौसेवा करते हैं। उनको जब भी अवसर मिलता है गायों की पूजा अवश्य करते हैं। बुधवार को राजधानी क्षेत्र में होने जा रहे उद्यमियों के एक आधिकारिक सम्मेलन से पहले मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला गौ-पूजा का अनुष्ठान करेंगे। सम्मेलन में 75 से ज्यादा उद्यमी मौजूद रहेंगे।
इसके लिए कार्यक्रम को अंतिम रूप देने की तैयारी के दौरान गौ-पूजा को भी उसमें जगह दी गई। तय हुआ कि मंत्रीजी दिल्ली में आईसीएआर के पूसा परिसर के पास स्थित एक गौशाला में अनुष्ठान करेंगे। इसमें थारपारकर और गिर जैसी देसी (स्वदेशी) नस्लें गायें रहती हैं।
केंद्र में भाजपा की सरकार आने के बाद गौ-पालन और गौ-रक्षा को लेकर कई कदम उठाए गए हैं। गौ-वध पर कड़ाई से रोक लगाई गई है। गौ-रक्षा के लिए कई संगठन सक्रिय हैं और गौ-वध करने वालों के खिलाफ आंदोलन भी करते रहते हैं। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार भी गायों की रक्षा करने और उनका पालन करने के लिए कई कदम उठा रही है। प्रदेश में कई जगह गौशालाएं बनवाई गई हैं। इसके लिए सरकारी अनुदान भी दिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं गोभक्त हैं और गौ-पालन करते हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रशासन को सख्त आदेश दिया है कि गौशालाओं की स्थिति सुधारें और ध्यान रखें कि गायों के शेल्टर में कोई कमी न रहे। हाल ही में यूपी के पशुपालन मंत्री धर्मपाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था, “गाय हमारी माता है। गाय का दूध, गाय का घी, गाय का गोबर, गाय का मूत्र! गाय के गोबर में लक्ष्मी का वास है। गाय के मूत्र में गंगा मैया रहती हैं। कहीं कोई वास्तु दोष हो या फिर कोई कठिनाई हो, तो गाय का मूत्र छिड़कने से सारी समस्याएं दूर हो जाती है।”
सरकार गायों की स्थिति सुधारने के लिए अनुदान राशि बढ़ाने जा रही है। कई गौशालाओं की स्थिति बेहतर करने और उसमें चारा-भूसे की पर्याप्त व्यवस्था करने के लिए अफसरों को निर्देश दिए गए हैं।