एक तरह जहां तमाम मंत्री शाही अंदाज में बेटे-बेटियों की शादियां करते हैं, वहीं दूसरी तरफ मोदी सरकार में मंत्री थावरचंद गहलौत ने अपने पोतों की बहुत सादगी के साथ शादी करने की तैयारी की है। उन्होंने दहेज के खिलाफ अपने घर से संदेश देने की तैयारी शुरू की है। उन्होंने अपने दोनों दो पोतों की शादी सामूहिक विवाह कार्यक्रम में कराने का फैसला लिया है। मकसद है कि शादियों में फिजूलखर्ची रोकन के लिए संदेश दिया जा सके। बताया जा रहा है कि अन्य मंत्रियों की तरह समारोह में न महंगी दावत होगी और न ही तोहफों की लेन-देन।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलौत के पोते मनीष गहलौत(25वर्ष) की शादी नागदा में आयोजित एक सामूहिक आयोजन में होनी है। जहां 125जोड़े एक साथ वैवाहिक बंधन में बंधेंगे। वहीं 11 दिन बाद 29 अप्रैल को उनके छोटे बेटे और विधायक जितेंद्र गहलोत के बेटे देवेंद्र गहलौत की शादी है। 24 वर्षीय देवेंद्र की शादी ताल में आयोजित एक सामूहिक विवाद समारोह में होनी हैह। जहां एक साथ डेढ़ सौ जोड़े फेरे लेंगे। केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत का कहना है कि समाज में बदलाव के लिए खुद आगे आकर पहल करनी होगी, सिर्फ भाषणों से काम नहीं चलने वाला।