Rajasthan Politics: राजस्थान के विधानसभा चुनाव में अभी एक साल का समय है लेकिन भाजपा और कांग्रेस अभी से चुनावी मूड में आ चुकी है। बता दें कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का एक बयान इन दिनों काफी सुर्खियों में है। दरअसल शेखावत ने राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में मंत्री राजेंद्र गुढ़ा की तुलना बिन पेंदी के लोटे से कर दी।

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने क्या कहा:

शेखावत ने राजेंद्र गुढ़ा को लेकर कहा, “राजस्थान में कहा जाता है कि भरतपुर का लोटा बिना पेंदी का होता है, वो कब पलट जाए, भरोसा नहीं। ठीक वैसे ही राजेंद्र गुढ़ा का भी कोई भरोसा नहीं है। वो कब कांग्रेस में और कब भाजपा में रहेंगे, उनका कोई भरोसा नहीं।” शेखावत ने यह भी कहा कि मुझे तो लगता है कि उनके घरवाले भी उनकी बात को गंभीरता से नहीं लेते।

वहीं गजेंद्र सिंह शेखावत के इस बयान पर राजेंद्र गुढ़ा से जब सवाल किया गया तो उन्होंने हंसते हुए कहा कि वो इसका जवाब जोधपुर में देंगे। बता दें कि गजेंद्र सिंह शेखावत के झुंझुनूं जिले के दौरे पर पहुंचे थे। जहां उन्होंने राजेंद्र गुढ़ा के गांव पहुंचकर ‘भरतपुर का जिक्र राजेंद्र गुढ़ा की तुलना ‘बिन पेंदे के लोटे’ से की। उन्होंने यह कहा कि राजेंद्र गुढ़ा कब गहलोत के साथ और कब सचिन पायलट के साथ होंगे, उनका राम ही जानता है।

सोशल मीडिया पर विरोध:

वहां केंद्रीय मंत्री के इस बयान पर भरतपुर के लोग सोशल मीडिया पर भी अपना विरोध जता रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग कमेंट कर रहे हैं कि गजेंद्र सिंह शेखावत को अपना बयान देने से पहले भरतपुर का इतिहास पढ़ देना चाहिए था।

वहीं राज्य मंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने अपने एक ट्वीट में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से माफी मांगने की बात की। उन्होंने लिखा कि शेखावत के इस बयान की निंदा करता हूं। लगता है कि मंत्रीजी का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। यह बयान भरतपुर की जनता का अपमान है। इस बयान को लेकर उन्हें माफ़ी मांगनी चाहिए।