बिहार के भागलपुर में बड़े-बड़े वाहनों के आवागमन के लिए बनाया जा रहा पुल हल्की सी आंधी नहीं झेल सका और निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा गिर गया। भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में बन रहा पुल शुक्रवार (29 अप्रैल 2022) की रात आई आंधी को नहीं झेल पाया और बनने से पहले ही ढह गया। गमीमत यह रही कि आम नागरिक और मजदूर इस हादसे का शिकार होने से बच गए।
पुल की लागत 1711 करोड़ रुपए बताई जा रही है। निर्माणाधीन पुल के धराशायी होने से सरकारी खजाने को बड़ी चपत लगी है। वहीं, दूसरी ओर घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे सुल्तानगंज के जदयू विधायक ललित नारायण मंडल ने कहा कि हमने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस बारे में जानकारी दे दी है। जल्द ही जांच शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि पुल बनाने के दौरान जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। इसे बनाने में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया, जिसके कारण मामूली आंधी और बारिश भी पुल नहीं झेल सका।
कंपनी पर उठे सवाल: शुक्रवार देर रात भागलपुर-खगड़िया के बीच गंगा नदी पर बन रहे फोरलेन पुल का सुपर स्ट्रक्चर नदी में गिर गया। सुल्तानगंज की और बन रहे पोल नंबर 4,5 और के 6 का स्ट्रक्चर आंधी के कारण ढह गया। यानी करीब 100 फीट लंबा हिस्सा गिर गया। वहीं, स्थानीय लोग कंपनी पर सवाल खड़े कर रहे हैं और निर्माण कार्य की जांच की मांग उठा रहे हैं।
2015 में शुरू हुआ था पुल का निर्माण: इस पुल का निर्माण फरवरी 2015 में शुरू किया गया था। 1711 करोड़ की लागत से बन रहे इस पुल का टेंडर एसपी सिंगला कंपनी को मिला है। बनने के बाद ये पुल बरौनी खगड़िया एनएच 31 और दक्षिण बिहार के लखीसराय, भागलपुर, मोकामा, मिर्जाचौकी एनएच 80 को जोड़ेगा। जिसके बाद खगड़िया से भागलपुर आने के लिए सिर्फ 30 किलोमीटर का सफर तय करना होगा। पुल की कुल लंबाई 23 किलोमीटर होगी जिसमें नदी पर पुल की लंबाई 3.16 किमी है। 2019 तक पुल का निर्माण पूरा होना था, लेकिन कोरोना और बाढ़ के कारण अब इसकी डेडलाइन 2022 तय की गई है।
बिहार के मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि एक टीम वहां जाकर जांच कर रही है। इसके अलावा आईआईटी रुड़की और एनआईटी पटना की टीम को भी जांच के लिए भेजा जाएगा। रिपोर्ट आने पर इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी। सिंगला कंपनी के इंजीनियर भी निर्माणस्थल पर जांच कर रहे हैं।