रामनवमी समारोह (Ram Navmi celebrations) के दौरान गिर सोमनाथ जिले के उना शहर (Una town of Gir Somnath district) में कथित रूप से काजल हिंदुस्तानी ने हेट स्पीच दिया था। हेट स्पीच देने के आरोप में काजल शिंगला उर्फ काजल हिंदुस्तानी (Kajal Shingala alias Kajal Hindusthani) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। काजल दावा करती हैं कि उन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के लिए प्रचार किया था। रविवार सुबह आत्मसमर्पण करने के बाद पुलिस ने काजल को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उन्हें एक अदालत में पेश किया, जिसने काजल को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
पुलिस ने बताया कि गुजरात के जामनगर शहर की रहने वाली काजल शिंगला ने रविवार सुबह ऊना शहर के पुलिस थाने में आत्मसमर्पण कर दिया था। 2 अप्रैल को उना पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ दर्ज मामले के सिलसिले में उन्हें सुबह 11:15 बजे औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया गया था। गिर सोमनाथ जिले के पुलिस अधीक्षक श्रीपाल शेषमा ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “हमने काजल को आज गिरफ्तार किया और बाद में अदालत में पेश किया। उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।”
ऊना पुलिस ने काजल को गिरफ्तार करने के करीब दो घंटे बाद रविवार दोपहर करीब 1 बजे ऊना शहर की एक स्थानीय अदालत में पेश किया। लेकिन पुलिस ने उनका रिमांड नहीं मांगा तो कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस रिमांड के सवाल पर एसपी ने कहा, “उनका भाषण पहले से ही पब्लिक में है। इसलिए रिमांड का कोई सवाल ही नहीं है।”
काजल शिंगला अपने सोशल मीडिया पेजों पर खुद को एक ‘राष्ट्रवादी’ और ‘सामाजिक कार्यकर्ता’ के रूप में दर्शाती हैं। उनकी वेबसाइट में दावा किया गया कि उन्होंने 2019 में राजस्थान में भाजपा नेता ओम बिरला के लोकसभा चुनाव अभियान में भाग लिया था। बिरला चुनाव जीत गए थे और बाद में लोकसभा के अध्यक्ष भी चुने गए।
काजल शिंगला ने 30 मार्च को रामनवमी समारोह के तहत ऊना के श्री रामकृष्ण जन्मोत्सव समिति द्वारा आयोजित ऊना के टॉवर चौक में एक जनसभा को संबोधित किया था। पुलिस का कहना है कि उनके भाषण के बाद इलाके में तनाव पैदा हो गया था। माहौल को बिगाड़ने के लिए पुलिस ने 1 अप्रैल को दो समुदायों के नेताओं की एक बैठक बुलाई। हालांकि बैठक के दौरान ही दोनों समुदायों के नेताओं ने पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में तीखी नोकझोंक की। बाद में लगभग 200 लोगों की भीड़ इकट्ठी हुई और कथित तौर पर लोगों और राहगीरों के घरों पर पत्थर और कांच की बोतलें फेंकी गई। साथ ही वाहनों में तोड़फोड़ करके हिंसा भी की गई थी।