महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट के बीच जंग जारी है। इसका एक और प्रमाण बुलढाणा में देखने को मिला। जहां एक कार्यक्रम में दोनों गुटों के बीच जमकर बवाल हुआ। शिवसेना और शिंदे गुट के कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर कुर्सियां फेंकी, जबकि कुछ ने सीधे एक-दूसरे को लात मारी। यह गहमागहमी बुलढाणा बाजार समिति क्षेत्र में आयोजित एक अभिनंदन कार्यक्रम में हुई।
पुलिस की सुरक्षा में बुलढाणा बाजार समिति क्षेत्र में शिवसेना का अभिनंदन कार्यक्रम शुरू हुआ। इसी दौरान शिंदे समूह के समर्थक कुछ कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम में धावा बोल दिया। स्थानीय मीडिया के मुताबिक इस बार शिवसेना के उपनेता लक्ष्मण वाडले को निशाना बनाया गया है। करीब 15 मिनट तक दोनों गुटों में गुत्थमगुत्थी चलती रही। बाद में पुलिस ने बीच बचाव कर दोनों गुटों को खदेड़ दिया। इस लड़ाई के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
सोशल मीडिया यूजर्स ने इस वीडियो पर तरह-तरह के रिएक्शन दिए। रोहित (@rohitrna) नाम के यूजर ने लिखा, “यही तो चाहती थी bjp की शिवसेना दो गुटों मे बंटकर ख़त्म हो जाये। जिसकी झलक दिखाई दे रही है। दोनों गुट आपस में लडकर फिर बीजेपी का राज, शिवसेना खत्म।”
दशहरा रैली पर छिड़ी जंग: इस बीच दशहरा रैली के दौरान भी दोनों गुट अपनी ताकत दिखाने की तैयारी में हैं। दादर के शिवाजी पार्क में होने वाली ये रैली शिवसेना के लिए बेहद अहम है। 1966 से शिवसेना हर साल यहां दशहरा रैली कर रही है। शिंदे और ठाकरे दोनों गुट असली शिवसेना होने का दावा कर रहे हैं।
उद्धव ठाकरे दशहरा रैली के जरिए यह संदेश देना चाहते हैं कि शिवसैनिक अभी भी उनके समर्थन में हैं, लेकिन इसकी अनुमति को लेकर अभी भी संशय है। दरअसल, उद्धव सेना की ओर से 22 अगस्त को बीएमसी को आवेदन दिया गया है। उद्धव ठाकरे गुट ने 5 अक्टूबर को शिवाजी पार्क में रैली आयोजित करने की अनुमति मांगी है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि रैली के कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। कुछ भी हो, शिवाजी पार्क में रैली होगी।
शिंदे समूह ने मांगी दशहरा सभा की अनुमति: वहीं, शिंदे समूह ने भी दशहरा सभा की अनुमति मांगी है। शिंदे समूह के सभी विधायक दावा कर रहे हैं कि यह दशहरा सभा उनकी है। वहीं, शिवसेना विधायक आदित्य ठाकरे ने भी कहा है कि दशहरा मेला हमारा है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि पुलिस किसको परमिशन देगी और दशहरा सभा किसकी होगी?