देश में आम चुनावों से पहले ही अयोध्या में राममंदिर को लेकर राजनीति गरमा गयी है। एक ओर जहां शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अयोध्या में मौजूद है तो वहीं दूसरी ओर विश्व हिन्दू परिषद ने भी हुंकार भर दी है। रविवार को यहां होने वाली धर्म सभा से पहले ही विश्व हिंदू परिषद ने ऐलान किया कि यह हमारी आखिरी बैठक होगी। इसके बाद और सभाएं या प्रदर्शन नहीं होंगे, न ही किसी को समझाया जाएगा। अब सीधे राममंदिर का निर्माण होगा। उद्धव रविवार सुबह स्थानीय नेताओं, संतों और साधुओं के साथ रामलला के दर्शन के लिए जाएंगे। अयोध्या में ठाकरे की रैली को प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है। हजारों शिवसैनिकों का जत्था रेल और हवाई मार्ग से अयोध्या पहुंच चुका है।

विहिप के संगठन सचिव भोलेंद्र ने कहा, हमने पहले 1950 से 1985 तक 35 साल अदालती फैसले का इंतजार किया। इसके बाद 1985 से 2010 तक का समय हाईकोर्ट को फैसला देने में लग गया। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने त्वरित सुनवाई की अर्जी दो मिनट में ठुकरा दी। दुर्भाग्य है कि रामलला टेंट में हैं, अब और इंतजार नहीं होगा। मंदिर में दर्शन के बाद उद्धव ठाकरे को महंत नृत्य गोपाल ने आशीर्वाद दिया। कहा, आप जल्दी राम मंदिर का निर्माण कराइए। मंदिर जल्द बने, यही सबकी अभिलाषा है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, हमारा विहिप और संघ से कोई टकराव नहीं है।

विहिप के लोगों के कहना है कि रविवार को धर्म सभा की तैयारियां पूरी हो गई हैं। भक्तमाल बगिया में होने कार्यक्रम का प्रबंधन इस बार संघ देख रहा है, विहिप सहयोग कर रही है। 100 बीघे के इस आयोजन स्थल पर देशभर से करीब 2 लाख लोगों के आने का अनुमान है। इससे पहले दिन में शिवसेना कार्यकर्ताओं से भरी दो ट्रेन भी अयोध्या पहुंची। कार्यकर्ताओं ने पहले सरयू नदी में डुबकी लगाई और फिर रामलला व हनुमानगढ़ी में पूजा-अर्चना की। शहर में धारा 144 लगा दी गई, जिसके अंतर्गत सार्वजनिक जगहों पर चार या इससे अधिक लोगों के जमा होने पर पाबंदी होती है।

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे रविवार सुबह स्थानीय नेताओं, संतों और साधुओं के साथ रामलला के दर्शन के लिए जाएंगे। वे यहां मीडिया और फिर लोगों से बातचीत करेंगे। जनसभा के कार्यक्रम पर हालांकि अभी तक निर्णय नहीं लिया गया है। अयोध्या दौरे के लिए ठाकरे अपने साथ शिवनेरी किले से मिट्टी से भरा हुआ एक कलश लेकर आए हैं। महाराष्ट्र के पुणे जिले में स्थित शिवनेरी किला छत्रपति शिवाजी महाराज की जन्मस्थली है। ठाकरे के दौरे की तैयारी के मद्देनजर पार्टी नेता संजय राउत, एकनाथ शिंदे, रंजन विचारे, मुंबई मेयर विश्वनाथ महादेश्वर और अन्य नेता बीते कुछ दिनों से अयोध्या में डेरा डाले हुए हैं। ठाकरे की पार्टी की मुख्य मांग तत्काल प्रभाव से अध्यादेश लाकर अयोध्या में राममंदिर के निर्माण का है।