गुजरात के सूरत स्थित कोचिंग सेंटर में आग लगने के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि इस कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले छात्रों के बैठने के लिए टायर से सीटें बनाई गई थीं। इस वजह से कोचिंग सेंटर में आग काफी तेजी से फैली, जिसके चलते छात्रों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। यह खुलासा गुजरात के मुख्य सचिव जेएन सिंह ने किया है। उन्होंने बताया कि ज्वलनशील वस्तुओं की वजह से आग काफी तेजी से फैली थी।

ऐसे हुआ था हादसा: बता दें कि सूरत के एक कॉम्प्लेक्स में चल रहे कोचिंग सेंटर में 24 मई को आग लग गई थी। इस हादसे में 22 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें अधिकतर छात्र थे। बता दें कि इस हादसे के वक्त आग से बचने के लिए कई छात्र चौथी मंजिल से कूद गए थे।

मुख्य सचिव ने दी यह जानकारी: मुख्य सचिव जेएन सिंह ने बताया, ‘‘कोचिंग सेंटर में फ्लेक्स जैसी ज्वलनशील वस्तुएं काफी ज्यादा थीं, जिससे आग काफी तेजी फैली। कोचिंग इंस्टिट्यूट की छत महज 5 फीट ऊंची थी। ऐसे में इस तरह के कमरे में कोई भी कुर्सी पर नहीं बैठ सकता है, जिसके चलते कोचिंग संचालक ने छात्रों के बैठने के लिए टायर रखे हुए थे।’’

National Hindi News, 27 May 2019 LIVE Updates: पढ़ें आज की बड़ी खबरें

फायर ब्रिगेड पहुंचने में लगा समय: मुख्य सचिव के मुताबिक, इस हादसे की भयावहता इस वजह से ज्यादा हो गई, क्योंकि फायर टेंडर को घटनास्थल पर पहुंचने में वक्त लग गया। उन्होंने बताया कि फायर ब्रिगेड की हाई कैपिसिटी वाली गाड़ियां समय पर नहीं पहुंच सकीं, क्योंकि घटनास्थल से स्टेशन की दूरी काफी ज्यादा थी।